छत्तीसगढ़

गौठानों को ग्रामीण औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित करें- कलेक्टर

कांकेर। जिले में स्थित सभी गौठानों का 30 जून को निरीक्षण किया जाकर गौठान में खरीदे गये गोबर और उससे बनाये गये वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट और अन्य उत्पाद का भौतिक सत्यापन किया जाएगा तथा प्रतिवेदन उसी दिन प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया गया है। गौठानों को ग्रामीण औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित करने के लिए सभी जनपद सीईओ को निर्देश दिये गये हैं। गौठानों में मुर्गी पालन, मछली पालन, बकरी पालन, मिनी राईस मिल, दाल मिल, मशरूम उत्पादन जैसे कार्य किये जा रहे हैं। गौठानों में मुर्गी पालन से उत्पादित अंडा को आंगनबाड़ी केन्द्रों में भेजने के लिए निर्देशित किया गया है। उल्लेखनीय है कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्रतिदिन 02 लाख 18 हजार अंडों की जरूरत होगी, इसकी पूर्ति के लिए गौठानों में केज फार्मिंग करने के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक को निर्देश दिये गये हैं।

कलेक्टर चन्दन कुमार ने आज अधिकारियों की बैठक लेकर समय-सीमा में निराकृत पत्रों की विस्तृत समीक्षा किया तथा सभी प्रकरणों को समय-सीमा के भीतर निराकृत करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये। अविवादित नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन प्रकरणों की समीक्षा की गई तथा शेष प्रकरणां को अविलंब निराकृत करने के लिए राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये गये। प्राथमिक विद्यालय में अध्ययनरत एसटी, एससी, ओबीसी वर्ग के छात्र-छात्राओं का स्थाई जाति प्रमाण पत्र बनाने की समीक्षा भी की गई तथा जारी किये गये सभी स्थाई जाति प्रमाण पत्र को विद्याथिर्यों को वितरित करने के लिए निर्देशित किया गया। स्कूली छात्र-छात्राओं को पाठ्य पुस्तक एवं गणवेश वितरण, पहुंचविहीन केन्द्रों में खाद्यान्न का अग्रिम भंडारण, किसानों का ई-केवायसी करना, गोधन न्याय योजनांतर्गत गोबर की खरीदी, आवर्ती चराई में गौठाना समिति का गठन, समिति का बैंक खाता खोलने तथा पशुपालकों का पंजीयन इत्यादि के संबंध में भी उनके द्वारा समीक्षा की गई तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। कोरोना टीकाकरण के लिए प्रति सप्ताह अभियान चलाने के लिए भी जिला टीकाकरण अधिकारी को निर्देशित किया गया।

स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में उनकी पूरी क्षमता के अनुरूप विद्याथिर्यों का दाखिला सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये तथा नरवा विकास कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि नालों में ऐसे कार्य किया जाएं, ताकि वहां वर्ष भर पानी रहे, नाला जीर्णोद्धार की कार्य योजना बनाते समय स्थानीय लोगों का भी सहयोग लिया जाएं। बैठक में डीएफओ कांकेर आलोक बाजपेयी, डीएफओ भानुप्रतापपुर पूर्व वनमण्डल जाधव कृष्ण, एसडीएम भानुप्रतापपुर जितेन्द्र यादव सहित विभिन्न विभागों के जिलाधिकारी, सभी एसडीएम, तहसीलदार व जनपद सीईओ उपस्थित थे।

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