गौठानों को ग्रामीण औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित करें- कलेक्टर
कांकेर। जिले में स्थित सभी गौठानों का 30 जून को निरीक्षण किया जाकर गौठान में खरीदे गये गोबर और उससे बनाये गये वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट और अन्य उत्पाद का भौतिक सत्यापन किया जाएगा तथा प्रतिवेदन उसी दिन प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया गया है। गौठानों को ग्रामीण औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित करने के लिए सभी जनपद सीईओ को निर्देश दिये गये हैं। गौठानों में मुर्गी पालन, मछली पालन, बकरी पालन, मिनी राईस मिल, दाल मिल, मशरूम उत्पादन जैसे कार्य किये जा रहे हैं। गौठानों में मुर्गी पालन से उत्पादित अंडा को आंगनबाड़ी केन्द्रों में भेजने के लिए निर्देशित किया गया है। उल्लेखनीय है कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्रतिदिन 02 लाख 18 हजार अंडों की जरूरत होगी, इसकी पूर्ति के लिए गौठानों में केज फार्मिंग करने के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक को निर्देश दिये गये हैं।
स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में उनकी पूरी क्षमता के अनुरूप विद्याथिर्यों का दाखिला सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये तथा नरवा विकास कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि नालों में ऐसे कार्य किया जाएं, ताकि वहां वर्ष भर पानी रहे, नाला जीर्णोद्धार की कार्य योजना बनाते समय स्थानीय लोगों का भी सहयोग लिया जाएं। बैठक में डीएफओ कांकेर आलोक बाजपेयी, डीएफओ भानुप्रतापपुर पूर्व वनमण्डल जाधव कृष्ण, एसडीएम भानुप्रतापपुर जितेन्द्र यादव सहित विभिन्न विभागों के जिलाधिकारी, सभी एसडीएम, तहसीलदार व जनपद सीईओ उपस्थित थे।