इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक लैलूंगा के शासकीय प्राथमिक शाला में शिक्षक के रूप पदस्थ विजय पटेल आत्मज भुवनेश्वर (45 वर्ष) हाई स्कूल के सामने अघरिया भवन के पास परिवार के साथ रहता है। चूंकि, शिक्षक के बच्चे रायगढ़ में रहकर पढ़ते हैं, इसलिए वह अपनी पत्नी के साथ विगत 03 फरवरी को उनके पास चला गया। बच्चों के साथ 04 दिन गुजारने के बाद 07 फरवरी को विजय वापस अपने घर गया और मेन गेट का ताला खोलते हुए जैसे ही भीतर दाखिल हुआ तो वहां का नजारा देख एकबारगी उसके होश फाख्ते हो गए। दरअसल, खिड़की सन्दिग्ध परिस्थितियों में खुली थी।
कमरे के सामान अस्त-व्यस्त बिखरे थे। किसी अनहोनी की आशंका से जब उसने आलमारी खोला तो देखा कि लॉकर टूटा था और ज्वेलरी बॉक्स में रखे सोने का लटकन,चांदी के 2 सिक्के तथा 10 हजार नगद ₹ समेत कुल 83 हजार 180 रुपए का कीमती सामान गायब था। ऐसे में समझते देर नहीं लगी कि उसकी गैरमौजूदगी को भांप किसी चोर ने खिड़की के रास्ते वहां घुसपैंठ कर चोरी की घटना को इतमीनान से घटनाक्रम को अंजाम दे चुका था। फिर क्या, हजारों की चपत लगते ही बदहवास शिक्षक ने थाने की शरण लेते हुए आपबीती बताई।
फिलहाल, लैलूंगा पुलिस भादंवि की धारा 457, 380 के तहत अज्ञात चोर के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज करते हुए संदेहियों से भी पूछताछ कर रही है, ताकि चोरी कांड का खुलासा हो सके।