भारत-उज्बेकिस्तान के बीच साझा युद्धाभ्यास शुरू, काउंटर टेरेरिस्ट ऑपरेशन्स ड्रिल में होंगे शामिल

दोनों देशों का ये युद्धाभ्यास दस दिनों तक चलेगा. भारतीय सेना के मुताबिक, इस युद्धाभ्यास से दोनों के बीच राजनयिक संबंधों को मजबूत होने में मदद मिलेगी. इस युद्ध अभ्यास में दोनों देशों के 45-45 सैनिक हिस्सा ले रहे हैं.
नई दिल्ली: भारत और उज्बेकिस्तान के बीच दूसरा साझा युद्धाभ्यास, ‘डस्टलिक’ उत्तराखंड के चौबटिया (रानीखेत) में शुरू हो गया है (10-19 मार्च). दस दिनों तक चलने वाले इस युद्धाभ्यास के दौरान दोनों देशों की सेनाएं यूएन (संयुक्त राष्ट्र) के चार्टर के तहत पर्वतीय क्षेत्र के ग्रामीण और शहरी परिवेश में काउंटर-टेरेरिज्म और काउंटर-इनसर्जेंसी ऑपरेशन ड्रिल में हिस्सा लेंगे. भारतीय सेना के मुताबिक, इस साझा युद्धाभ्यास से दोनों देशों के बीच सैन्य और राजनयिक संबंधों को मजबूत होने में तो मदद मिलेगी ही, साथ ही दोनों देशों का आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के संकल्प को भी दर्शाता है.
भारतीय सेना ने बयान जारी कर कहा कि इस सालाना ‘डस्टलिक’ (उजबेक भाषा में दोस्ती) युद्धाभ्यास में दोनो देशों के 45-45 सैनिक हिस्सा ले रहे हैं. रानीखेत के चौबटिया में दोनों देशों की टुकड़ियां इस दौरान काउंटर-टेरेरिस्ट ऑपरेशन्स के युद्ध-कौशल और दक्षता को एक दूसरे से साझा करेंगी. पहली डस्टलिक एक्सरसाइज वर्ष 2019 में उजबेकिस्तान की राजधानी, ताशकंद में हुई थी. डस्टलिक युद्धाभ्यास की वैलीडेशन-एक्सरसाइज 17-18 मार्च को होगी जब एक हफ्ते की ट्रेनिंग को दोनों देशों की टुकड़ियां वास्तविक ऑपरेशन्स की चुनौतियों का सामना करने की ड्रिल करेंगे.