बागी प्रत्याशियों को मनाने जुटे आला नेताओं
भिलाई – कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी से टिकट नहीं मिलने से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लडऩे वाले आला नेताओं के दबाव से बचने कांग्रेस और भाजपा के अनेक नेता भूमिगत हो गए हैं। जानकारी मिली है कि सोमवार की शाम चुनाव चिन्ह आबंटन के बाद ही ऐसे नेता सामने आने की तैयारी हैं। हालांकि कार्यकर्ताओं के जरिये दोनो ही पार्टियों के आला नेता दबाव डालने खोजबीन करा रहे हैं। कार्यकर्ताओं के माध्मय से मिली जानकारी के अुनसार कुछ बागी प्रत्याशियों से मुलाकात कर उनको पार्टी हित में बैठने के लिए दबाव डालने की कोशिश कर रहे है। लेकिन इसका परिदृश्य सोमवार 6 दिसंबर को दोपहर 3 बजे के बाद ही पता चल सकेगा कि पार्टी के आला नेता किस किस बागी को नाम वापसी कर बिठाने में सफल हुए है। हालांकि इसकी गुजाइंस 2 से 3 प्रतिशत ही नजर आ रही है। ज्ञातव्य हो कि भिलाई, रिसाली और भिलाई-चरोदा नगर निगम सहित जामुल नगर पालिका चुनाव में अनेक वार्ड से कांग्रेस और भाजपा से टिकिट नही मिलने के कारण कई दमदार नेताओं ने निर्दलीय रूप से नामांकन दाखिल किया है। नाम वापसी की समयावधि 6 दिसंबर को अपरान्ह 3 बजे तक है। इससे पहले कांग्रेस और भाजपा संगठन के बड़े नेता अधिकृत प्रत्याशी के पक्ष में अपनी पार्टी से नामांकन दाखिल करने वालों को मनाने की कोशिश में लगे हुए हैं। इस बीच चारों निकाय से कांग्रेस व भाजपा के टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव लडऩे का मन बना चुके अनेक नेता अपने इलाके से गायब हो गए हैं । बताया जा रहा है कि कांग्रेस और भाजपा के बड़े नेताओं ने अपनी पार्टी के बागियों के चुनाव मैदान में डटे रहने की स्थिति में अधिकृत प्रत्याशी को होने वाले नफा-नुकसान का आकलन कर लिया है। इसमें जिनके निर्दलीय चुनाव लडऩे से अधिकृत प्रत्याशी को नुकसान होने की संभावना नजर आ रही है। उन्हें समझा बुझाकर नाम वापस लेने के लिए मनाया जा रहा है। इसे देखते हुए ज्यादातर बागियों ने अपने आपको भूमिगत कर लेने में ही भलाई समझी है। बागियों को लगता है कि मातृ पार्टी के वरिष्ठ नेता माइंड वास कर उनके चुनाव लडऩे की इच्छा पर पानी फेर सकते हैं।गौरतलब रहे कि निकाय चुनाव में नामांकन की अंतिम तिथि 3 दिसम्बर थी। अगले दिन 4 दिसम्बर को नामांकन पत्रों की जांच पूरी कर निर्वाचन अधिकारियों ने मैदान में बने हुए प्रत्याशियों की वार्डवार सूची घोषित कर दिया है। चारों निकाय के कुल 170 वार्ड के लिए 914 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
6 दिसम्बर को नाम वापसी की समयावधि पूरी हो जाने के बाद चुनाव चिन्ह आबंटित कर कुल प्रत्याशियों की घोषणा की जाएगी। कांग्रेस और भाजपा के चुनाव प्रभारी व संगठन के नेता अपनी-अपनी पार्टी से जुड़े निर्दलीय ताल ठोकने की तैयारी में लगे प्रत्याशियों से नाम वापसी की कोशिश में कसर नहीं छोड़ रहे हैं।