खाकी ने पेश की मानवता की मिशाल…
प्रदेश पुलिस की कठोरता और अमानवीय व्यवहार आरोप प्रत्यारोप राजनीतिक दलों द्वारा लगाने की खबरें तो अक्सर आती रहती हैं,लेकिन रह-रहकर पुलिसकर्मी मानवता की मिशाल भी पेश करते हैं।आखिर ऐसा हो भी क्यों न क्योंकि ये भी तो इसी समाज के अंग है।ऐसे में इनका मानवीय चेहरा रह-रहकर दिखाई दे जाता है।
ऐसा ही एक मामला धरम नगरी खरसिया में गुरुवार को खरसिया थाना में देखने को मिला।जहां शाम को खरसिया थाना प्रभारी आशीर्वाद राहटगांवकर को थाना क्षेत्र के रजघट्टा से सूचना मिला की एक नौजवान युवक गली में उधम मचा रहा है जिस पर थाना प्रभारी द्वारा तत्काल थाने से सहायक उपनिरीक्षक लक्ष्मी नारायण राठौर, आरक्षक जानसन बघेल को मौके में भेजा गया। समय न गंवाते हुए तत्काल रजघट्टा पहुंचे तो 30 वर्षीय युवक असामान्य हरकत करते देख सहायक उपनिरीक्षक लक्ष्मी राठौर को समझते देर नहीं लगा कि युवक असामान्य है।मौके पर उपस्थित लोगों की सहायता से किसी तरह समझा-बुझाकर थाना खरसिया लाये। युवक को थाने में अपनत्व मिलने और बालभोग दिए जाने से, कुछ देर बाद युवक सामान्य होने लगा। पुलिसकर्मियों द्वारा सहजता से पूछ-ताछ करने पर युवक थाना कोतरा रोड़ क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सारडामाल बोकरामुड़ा,नंदेली का होना बताया ।
युवक के परिजन उसके बिना बताये कहीं चले जाने पर परिजनों का चिंतित और परेशान होना स्वाभाविक था, जिस पर थाना प्रभारी खरसिया निरीक्षक आशीर्वाद रहटगांवकर द्वारा तत्काल आरक्षक भगवती लक्ष्मी युकेश श्याम के साथ ग्राम सारडामाल भेज कर असामान्य हरकत करते युवक के परिजनों पिता के सुपुर्द कराया गया ।थाना प्रभारी खरसिया के सजगता से एक युवक अपने परिवार से बिछड़ने से बच गया।