रायगढ़। कृषि विज्ञान केन्द्र, रायगढ़ द्वारा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली एवं इफको के संयुक्त तत्वाधान में केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख इजी.आर.के.स्वर्णकार के मार्गदर्शन में सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए पोषण माह अंतर्गत महिलाओं के पोषण सुरक्षा एवं कुपोषण मुक्त भारत की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में एक मजबूत कदम बढ़ाया गया। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र, रायगढ़ के सभागार में विशेषकर आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को पोषण सुरक्षा की महत्ता को समझाते हुए उन्नत बीजों की पोषण बीज कीट एवं फलदार पौधे वितरित कर पौधरोपण एवं सब्जियों की वैज्ञानिक कास्त भी बताई गई।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पोषण व पोषण वाटिका संबंधी तकनीकी जानकारी केन्द्र के आहार एवं पोषण विशेषज्ञ डॉ.मनीषा चौधरी के द्वारा विस्तार से समझाया गया। पोषण थाली, पोषण रंगोली, अंकुरण व खमीरीकरण व माइक्रोग्रीन के बारे मे तकनीकी जानकारी दी। केन्द्र के समस्त विशेषज्ञों ने अपने विषय संबंधित तकनीकी जानकारी साझा की। केन्द्र के शस्य वैज्ञानिक डॉ.के.के.पैकरा ने सब्जी में पोषण तत्व प्रबंधन की विस्तृत जानकारी दी, केन्द्र के मृदा वैज्ञानिक के.डी.महंत द्वारा जैविक खेती, जैविक केचुऑ खाद निर्माण तथा वेस्ट डिकम्पोजर के बारे में बताया। केन्द्र के उद्यानिकी वैज्ञानिक डॉ.एन.सी.बंजारा ने सब्जियों की कृषि कार्यशाला एवं फलदार पौधे की खेती तथा पोषण बाड़ी पर विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की। केन्द्र के प्रक्षेत्र प्रबंधक श्री नीलकमल पटेल ने केन्द्र के प्रक्षेत्र का भ्रमण कराया। कार्यक्रम को सफल बनाने में कृषक महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का विशेष योगदान रहा।