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देर रात जूनियर डॉक्टरों ने जमकर मचाया उत्पात… जोन-2 दफ्तर पहुंच कर्मचारियों से की बदसलूकी,ऑफिस में तोड़फोड़ कर कंप्यूटर मॉनिटर व टेलीफोन भी साथ ले गये…

रायगढ़। गुरूवार की रात अचानक चली आंधी के साथ तेज बरसात होने से शहर की विद्युत व्यवस्था चरमरा गई। इस बीच जब विभागीय अधिकारी-कर्मचारी व्यवस्था को बहाल करने के लिए मशक्कत कर रहे थे, तभी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों का एक ग्रुप चक्रधरनगर स्थित विद्युत मंडल के जोन-2 दफ्तर पहुंच गये और वहां जमकर उत्पात मचाया। जूडो बिजली बंद किये जाने से आक्रोशित थे। दफ्तर में मौजूद अधिकारी व स्टाफ ने उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराया और समझाईश दी मगर जूनियर डॉक्टर भड़क उठे और न सिर्फ उन्होंने स्टाफ के साथ बदसलूकी की बल्कि दफ्तर में तोडफ़ोड़ कर दिया।

पिछले सप्ताह भर से आग के गोले की तरह तप रहे शहर पर आसमान मेहरबान हुआ। शाम होते ही मौसम में बदलाव दर्ज किया जाने लगा और रात 11 बजे के बाद तेज अंधड़ हवायें चलने लगी। इसके कुछ देर बाद तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश शुरू हो गई और मौसम खुशनुमा बन गया। मौसम के इस बदले मिजाज से जनमानस को काफी राहत तो मिली मगर अंधड़ व बारिश के चलते शहर की विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई। आंधी की वजह से कई पेड़ धरासायी हो गये तो कहीं का एलटी तार टूटने के साथ कई फाल्ट आ गये। नतीजतन देखते ही देखते जोन-1 और जोन-2 में अंधेरा पसर गया और लोग परेशान हो उठे। ऐसे में विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी तत्काल हरकत में आ गये और मैदानी अमले के साथ अलग-अलग टीम फाल्ट का पता लगाने के लिए सड़क पर उतर गयी। जहां-जहां फाल्ट सामने आते आये, वहां-वहां सुधार कार्य करने के लिए मशक्कत भी शुरू कर दी गई। इस दौरान चक्रधरनगर अंतर्गत मेडिकल कॉलेज की लाइन भी चली गई थी। देर रात काफी समय तक बिजली नहीं आने की स्थिति में वहां के जूनियर डॉक्टर भड़क उठे और एक जत्था जोन-2 कार्यालय पहुंच गया। बिजली दफ्तर पहुंचने के साथ ही उन्होंने वहां हंगामा मचाना शुरू कर दिया। इस दौरान वहां के सहायक यंत्री संजय भगत पेट्रोलिंग पर थे। स्टाफ ने जूनियर डॉक्टरों को समझाने की कोशिश की। उन्हें बताया कि आंधी व बारिश की वजह से जगह-जगह पेड़ गिरने व अन्य फाल्ट आने की वजह से यह स्थिति निर्मित हुई है। विभागीय टीम व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए लगी हुई है और जल्द ही बिजली बहाल हो जायेगी मगर इन सब बातों का जूनियर डॉक्टरों पर कोई असर नहीं पड़़ा। वे कोई भी बात सुनने को राजी नहीं हुए और विभागीय अमले पर बेवजह बिजली गुल करने का आरोप लगाते हुए उत्पात मचाना शुरू कर दिया।

तोडफ़ोड़ कर कंप्यूटर मॉनिटर व टेलीफोन भी साथ ले गये

सहायक यंत्री संजय भगत ने बताया कि जब वे पेट्रोलिंग से वापस आये तो स्टाफ ने बताया कि करीब 15-20 मेडिकल के छात्रों ने कमरे में घुसकर कांच व सामानों में तोडफ़ोड़ कर दिया और फिर कंप्यूटर मॉनिटर व टेलीफोन को लेकर चले गये। जाते-जाते कहा कि जब तक लाईट नहीं बनेगा, वे यह सामान नहीं देंगे। इसके चलते रातभर बिजली की शिकायत करने के लिए लोग फोन लगाते रहे मगर यहां रिसीव ही नहीं हुआ जिससे आम जनता भी आक्रोशित होकर सुबह बिजली ऑफिस पहुंच गयी थी। वस्तुस्थिति से अवगत कराने व काफी समझाईश देने के बाद ही वे शांत हो सके।

इस वजह से बिगड़ी थी पूरे शहर की बिजली व्यवस्था

विभागीय अधिकारी ने बताया कि गुरूवार की रात आंधी व बारिश के चलत जगह-जगह 34 से 35 पेड़ गिर गये थे। अंधड़ के कारण 121 डीओ गिरने, 91जगह फेस कटने, 27 जगह फीटर ब्रस्ट होने, 14 नंबर इंस्शुलेटर टूटने, 7एलटी तार टूटने और 33 केव्ही में फाल्ट आयी थी। इसके चलते पूरा अमला देर रात तक सुधार कार्य में लगा रहा और फाल्ट को दूर करते हुए बिजली व्यवस्था को बहाल किया।

उत्पातियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी

विद्युत वितरण कंपनी के कार्यपालन यंत्री सुनील कुमार साहू ने बताया कि गुरूवार की रात आंधी-बारिश के चलते शहर में काफी जगह फाल्ट आये थे। उन्हें सुधारने के लिए पूरा अमला लगा हुआ था। इस दौरान मेडिकल कॉलेज के कुछ जूनियर डॉक्टरों ने जोन-2 दफ्तर में आकर विवाद किया। इस मामले में सहायक यंत्री संजय भगत को संबंधितों के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराने के लिए कहा गया है।

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