रायगढ़। गुरूवार की रात अचानक चली आंधी के साथ तेज बरसात होने से शहर की विद्युत व्यवस्था चरमरा गई। इस बीच जब विभागीय अधिकारी-कर्मचारी व्यवस्था को बहाल करने के लिए मशक्कत कर रहे थे, तभी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों का एक ग्रुप चक्रधरनगर स्थित विद्युत मंडल के जोन-2 दफ्तर पहुंच गये और वहां जमकर उत्पात मचाया। जूडो बिजली बंद किये जाने से आक्रोशित थे। दफ्तर में मौजूद अधिकारी व स्टाफ ने उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराया और समझाईश दी मगर जूनियर डॉक्टर भड़क उठे और न सिर्फ उन्होंने स्टाफ के साथ बदसलूकी की बल्कि दफ्तर में तोडफ़ोड़ कर दिया।
तोडफ़ोड़ कर कंप्यूटर मॉनिटर व टेलीफोन भी साथ ले गये
सहायक यंत्री संजय भगत ने बताया कि जब वे पेट्रोलिंग से वापस आये तो स्टाफ ने बताया कि करीब 15-20 मेडिकल के छात्रों ने कमरे में घुसकर कांच व सामानों में तोडफ़ोड़ कर दिया और फिर कंप्यूटर मॉनिटर व टेलीफोन को लेकर चले गये। जाते-जाते कहा कि जब तक लाईट नहीं बनेगा, वे यह सामान नहीं देंगे। इसके चलते रातभर बिजली की शिकायत करने के लिए लोग फोन लगाते रहे मगर यहां रिसीव ही नहीं हुआ जिससे आम जनता भी आक्रोशित होकर सुबह बिजली ऑफिस पहुंच गयी थी। वस्तुस्थिति से अवगत कराने व काफी समझाईश देने के बाद ही वे शांत हो सके।
इस वजह से बिगड़ी थी पूरे शहर की बिजली व्यवस्था
विभागीय अधिकारी ने बताया कि गुरूवार की रात आंधी व बारिश के चलत जगह-जगह 34 से 35 पेड़ गिर गये थे। अंधड़ के कारण 121 डीओ गिरने, 91जगह फेस कटने, 27 जगह फीटर ब्रस्ट होने, 14 नंबर इंस्शुलेटर टूटने, 7एलटी तार टूटने और 33 केव्ही में फाल्ट आयी थी। इसके चलते पूरा अमला देर रात तक सुधार कार्य में लगा रहा और फाल्ट को दूर करते हुए बिजली व्यवस्था को बहाल किया।
उत्पातियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी
विद्युत वितरण कंपनी के कार्यपालन यंत्री सुनील कुमार साहू ने बताया कि गुरूवार की रात आंधी-बारिश के चलते शहर में काफी जगह फाल्ट आये थे। उन्हें सुधारने के लिए पूरा अमला लगा हुआ था। इस दौरान मेडिकल कॉलेज के कुछ जूनियर डॉक्टरों ने जोन-2 दफ्तर में आकर विवाद किया। इस मामले में सहायक यंत्री संजय भगत को संबंधितों के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराने के लिए कहा गया है।