नक्सलियों ने ग्रामीणों से कहा- तीनों गद्दार हैं, पुलिस को सूचना देते हैं,फिर धारदार हथियार से मार दिया
बीजापुर-छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में एक बार फिर से माओवादियों की क्रूरता देखने को मिली है। पुलिस की मुखबिरी के शक में माओवादियों ने 3 युवाओं की हत्या कर दी। इनमें एक युवती भी शामिल है। बताया जा रहा है कि माओवादियों ने गुरुवार रात जन अदालत लगाकर वारदात को अंजाम दिया है। मामला जिले के गंगालुर थाना क्षेत्र का है।जानकारी के मुताबिक, जिले के नक्सल प्रभावित इलाके इडिनार में नक्सलियों ने जन अदालत लगाई थी। इस जन अदालत में इलाके के 2-3 गांव के सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे। उनके बीच माओवादियों ने युवक पुनेम, युवती मंगी समेत एक अन्य युवक को खड़ा किया। इनके हाथों को रस्सी से बांध रखा था।फिर ग्रामीणों से कहा कि ये तीनों गद्दार हैं। ये सभी पुलिस को हमारी सूचना देते थे। यह कहकर नक्सलियों ने धारदार हथियार से वार कर तीनों की हत्या कर दी। इधर, इस संबंध में बीजापुर SP कमलोचन कश्यप ने कहा कि घटना की जानकारी मिली है। इस संबंध में पता लगाया जा रहा है। गांव में भी सपंर्क किया गया है।जरा एक नजर इधर भी17 नवंबर 2020 को नक्सलियों ने सुकमा के जंगलों में जन अदालत लगाकर 2 युवकों की हत्या की थी।21 अक्टूबर 2020 को नक्सलियों ने बीजापुर में एक आरक्षक को अगवा कर जन अदालत लगाकर उसकी हत्या की थी।साल 2020 में ही नक्सलियों ने नारायणपुर के अबूझमाड़ में 2 युवकों पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर गला रेत कर हत्या की थी।साल 2020 में कांकेर जिले में नक्सलियों ने जन अदालत लगा कर एक पूर्व सरपंच की हत्या की थी।साल 2020 में कांकेर जिले में एक दिव्यांग युवक की हत्या कर शव सड़क किनारे फेंका था। इस पर भी पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाया गया था।साल 2020 में सुकमा जिले में ही नक्सलियों ने एक ग्रामीण पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर जन अदालत में उसकी हत्या कर दी थी।नवंबर 2021 में सुकमा जिले में जन अदालत में माओवादियों ने 2 युवकों की हत्या की थी। इनपर भी पुलिस मुखबिरी के आरोप लगाए थे।नवंबर 2021 में नक्सलियों ने कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा इलाके में जन अदालत लगाकर एक ग्रामीण की हत्या की थी।