प्रति दो वर्ष में होने वाले अधिवक्ता संघ चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही काले कोटधारी एक्टिव मोड में आ गए थे। कोरोना काल में आयोजित इस चुनाव को शासन के निर्देशों के मुताबिक संपन्न कराने के लिए रायगढ़ बार एसोसिएशन ने निर्वाचन अधिकारी संजय कुमार कोका, सहायक निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार तिवारी और उप निर्वाचन अधिकारी नरेश्वर पटेल, फूल सिंह यादव, संजय कुमार दास, कौशल सिंह राजपूत तथा राजेन्द्र प्रसाद पटेल की टीम गठित हुई थी, जिन्होंने पूरी पारदर्शिता का ख्याल रखा। निर्वाचन मण्डल की देखरेख में नामांकन, नाम वापसी, अभ्यर्थियों के नाम निर्देशन पत्र का अंतिम प्रकाशन और अब अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन पहले ही हो चुका है। इन सारी प्रक्रियाओं के बाद जिले में अधिकृत 587 ऐसे मतदाता हैं, जिनको बुधवार अपरान्ह 11 से शाम 5 बजे तक मतदान करते हुए प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करना था, मगर इनमें कुल 534 वोट ही पड़े।
वोटिंग के बाद मतपेटी को निर्वाचन अधिकारी के आदेशानुसानुसार जिला न्यायालय के कक्ष में रखा गया। तदुपरांत, निर्वाचन अधिकारियों ने न्यायालय परिसर स्थित लायब्रेरी में शाम 7 बजे से मतगणना शुरु की तो प्रत्याशियों की दिलों की धड़कनें तेज हो गई थी। बेहद कशमकश और गहमागहमी भरे माहौल में काउंटिंग के बाद देर रात तकरीबन 12 बजे जब विजयी उम्मीदवारों के नामों की अधिकृत घोषणा हुई तो जीत हासिल करने वाले अधिवक्ता और उनके समर्थकों के चेहरे खुशी से दमक उठे तो शिकस्त की मार खाने वाले उम्मीदवारों का चेहरा फीका पड़ गया। वर्ष 2022-24 के लिए हुए इस रोमांचक चुनाव में डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के सचिव और अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभाने वाले राजेन्द्र कुमार पांडेय दुबारा प्रेसिडेंट बनने की चाहत में फिर से चुनावी महासंग्राम में उतरे थे।
राजेन्द्र का मुकाबला पूर्व अध्यक्ष रमेश कुमार शर्मा और पूर्व उपाध्यक्ष श्रीमती शारदा मुलिक से था यानी अध्यक्ष पद के लिए त्रिकोणीय संघर्ष रहा । उपाध्यक्ष के लिए 1 पुरुष और 1 महिला चुना जाना था। चूंकि, इस पद के लिए हेमलाल कुर्रे ने एक नहीं, बल्कि 3 फार्म भरे थे लेकिन अनुमोदक और प्रस्तावक का नो ड्यूज नहीं होने से दस्तावेज के अभाव में उनका आवेदन निरस्त होते ही उनके प्रतिद्वंद्वी नरेंद्र कुमार प्रधान को वॉक ओवर मिल गया था और वे निर्विरोध पुरुष उपाध्यक्ष चुन लिए गए, केवल औपचारिक ऐलान ही बाकी था जो आखिरकार अब हुआ। वहीं, महिला उपाध्यक्ष पद के लिए श्रीमती कल्याणी शर्मा और श्रीमती राजश्री अग्रवाल में सीधी भिड़ंत रही।
सचिव पद के लिए शरद पांडेय, आशीष मिश्रा और विजय कुमार डनसेना के मध्य रोमांचक जोर आजमाईश रही। इसी तरह सहसचिव की जिम्मेदारी सम्हालने की तमन्ना में गोपीराम यादव, जानकी प्रसाद पटेल तथा मनोज कुमार श्रीवास में भी त्रिकोणीय टक्कर हुई। सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा सचिव पद के लिए निशांत चौबे और श्याम कुमार चन्द्रा आमने-सामने रहे। ठीक वैसा ही हाल कोषाध्यक्ष जैसे अहम पद के लिए भी रहा, जिसमें जयकुमार मालाकार तथा सुश्री शकुंतला के बीच सीधी लड़ाई रही। ग्रन्थालय सचिव के पोस्ट के लिए अनिल कुमार श्रीवास्तव, श्याम कुमार साहू और सुशील पोद्दार ने पूरी शिद्दत से जोर आजमाईश की। इसके अलावे 1 महिला सहित 6 कार्यकारिणी सदस्य बनने 9 प्रत्याशियों में अजीत कुमार पटेल, आशीष शर्मा, अर्शलीन कौर बग्गा, अविनाश गुप्ता, नीलम मेहर, प्रवीण कुमार साहू, श्रीमती शकुंतला विश्वकर्मा, सुमीत रावलानी तथा तन्मय बनर्जी के बीच कांटे का संघर्ष रहा।
17 फरवरी को होने वाला चुनाव हुआ 34 रोज के बाद…
वैसे डिस्ट्रिक बार एसोसिएशन का यह चुनाव विगत 17 फरवरी को होना था। सभी 14 पद के लिए उम्मीदवारों के नामांकन फार्म की स्कूटनी के बाद अंतिम सूची भी जारी हो चुकी थी, लेकिन ऐन मौके पर तहसील कार्यालय में मारपीट कांड के तूल पकडऩे पर परिस्थितिजन्य हालात को देख इसे सर्वसम्मति से स्थगित कर 23 मार्च किया गया था। जिला न्यायालय के समीप अम्बेडकर चौक में पंडाल लगाकर विरोध प्रदर्शन के बीच भी अधिकांश प्रत्याशी अपने मतदाताओं से सम्पर्क साधते रहे। व्यक्तिगत से लेकर सोशल मीडिया के जरिए ही सही, मगर अधिवक्ता ढंग चुनाव की सरगर्मी जारी थी। यही वजह रही कि ग्रन्थालय में वोटिंग के दौरान सुबह से लेकर रात तक काले कोटधारी ही नजर आ रहे थे। खास बात यह रही कि कोरोना से बचाव के लिए कोर्ट में फिजिकल डिस्टेंस के साथ मास्क और सेनिटाईजर का भी विशेष ख्याल रखा गया।
रायगढ़, पुसौर, बरमकेला और खरसिया के कुछ मेम्बर्स ने दिया वोट
निर्वाचन अधिकारी संजय कुमार कोका और सहायक निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि जिलेभर में अधिवक्ता संघ के 587 अधिकृत सदस्यों में से 534 ने चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग किया, यानी 91 प्रतिशत वोटिंग हुई। जिला मुख्यालय में रायगढ़, पुसौर, बरमकेला के अलावे खरसिया के कुछ सदस्य जो वहां अधिवक्ता संघ के नहीं, बल्कि रायगढ़ बार एसोसिएशन के मेम्बर्स हैं, उन्होंने भी यहीं वोट दिया। पुरुष उपाध्यक्ष के लिए नरेंद्र कुमार प्रधान को विधिवत निर्विरोध चुना गया है। वहीं, अबकी बार 7 महिला प्रत्याशियों ने भी चुनावी दंगल में हिस्सा लिया, जो कि नारी सशक्तिकरण की बेहतरीन मिसाल है।
प्रत्याशी का नाम पद प्राप्त मत :-
- राजेन्द्र कुमार पाण्डेय अध्यक्ष 220
- रमेश कुमार शर्मा अध्यक्ष 279
- श्रीमती शारदा मुलिक अध्यक्ष 11
- नरेन्द्र कुमार प्रधान पुरूष उपाध्यक्ष निर्विरोध
- श्रीमती कल्याणी शर्मा महिला उपाध्यक्ष 216
- श्रीमती राजश्री अग्रवाल महिला उपाध्यक्ष 305
- आशीष कुमार मिश्रा सचिव 162
- शरद पाण्डेय सचिव 313
- विजय कुमार डनसेना सचिव –
- गोपीराम यादव सह सचिव 80
- जानकी प्रसाद पटेल सह सचिव 258
- मनोज कुमार श्रीवास सह सचिव 177
- निशांत चौबे क्रीड़ा सचिव 252
- श्याम कुमार चन्द्रा क्रीड़ा सचिव 211
- जय मालाकार कोषाध्यक्ष 277
- सुश्री शकुंतला कोषाध्यक्ष 285
- अनिल कुमार श्रीवास्तव ग्रंथालय सचिव 170
- श्याम कुमार साहू ग्रंथालय सचिव 128
- सुशील पोद्दार ग्रंथालय सचिव 217
- अजीत कुमार पटेल कार्यकारिणी सदस्य 299
- आशीष शर्मा कार्यकारिणी सदस्य 231
- अर्शलीन कौर बग्गा कार्यकारिणी सदस्य 251
- अविनाश गुप्ता कार्यकारिणी सदस्य 99
- नीलम मेहर कार्यकारिणी सदस्य 279
- प्रवीण कुमार साहू कार्यकारिणी सदस्य –
- श्रीमती शकुंतला विश्वकर्मा कार्यकारिणी सदस्य 226
- सुमीत रावलानी कार्यकारिणी सदस्य 190
- तन्मय बनर्जी कार्यकारिणी सदस्य