छत्तीसगढ़रायपुर

‘द कश्मीर फाइल्स’ देखने के बाद मुख्यमंत्री बघेल का बयान “आधा सच ही दिखाया गया”

रायपुर। ‘द कश्मीर फाइल्स’ को राज्य में टैक्स फ्री करने की मांग को लेकर चल रही सियासत के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार की रात फिल्म देखने के बाद कहा कि इसमें आधा सच ही दिखाया गया है। फिल्म के हीरो कृष्णा का हवाला देते हुए कहा कि कश्मीर में सिख, बौद्धिष्ठ और मुस्लिम भी मारे गए। मंदिर तोड़े गए तो मस्जिद भी तोड़े गए। फिल्म में कश्मीरी पंडितों के विस्थापन को लेकर एक राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की गई है। बघेल ने कहा कि यदि भाजपा इस फिल्म के जरिये 2024 की तैयारी कर रही है तो यह उचित नहीं है।

बघेल ने फिल्म में अत्यधिक हिंसा दिखाए जाने के लिए सेंसर बोर्ड की भूमिका पर भी प्रश्न खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि सेंसर बोर्ड का कोई महत्व नहीं रह गया है। केंद्र सरकार पर प्रश्न उठाते हुए बघेल ने कहा कि मोदी सरकार अनुच्छेद 370 हटाने का दावा कर रही है, लेकिन कश्मीरी पंडितों को बसाने के लिए वहां अब तक कुछ नहीं किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छह वर्ष तक अटलजी की सरकार रही। अब आठ वर्ष से मोदीजी प्रधानमंत्री है, लेकिन कश्मीरी पंडितों को बसाने की कोई कोशिश नहीं की गई। उन्होंने कहा कि फिल्म में समस्या का कोई समाधान नहीं बताया गया है, जबकि कोई फिल्म बनती है तो निर्देशक उसमें उठाई गई समस्या का समाधान भी बताता है। इस सरकार ने भी 370 हटाकर केवल राजनीति की है। कश्मीरी पंडितों को दी जाने वाली सहायता में भी कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है।

फिल्म में दिखाई गई हिंसा पर बघेल ने कहा कि इसका बच्चों के दिमाग पर घातक असर पड़ेगा। फिल्म में लगातार हिंसा देख हमारा भी दिमाग बोझिल हो गया है। उन्होंने बताया कि फिल्म के डायरेक्टर ने भी फोन करके फिल्म को टैक्स फ्री करने का आग्रह किया है, लेकिन जब वे प्रधानमंत्री से मिले तो उन्हीं से क्यों नहीं देशभर में टैक्स फ्री करने की मांग कर लिए। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा वालों के सामने खड़े हो जाओ, तो भाग जाते हैं। न्योता देने के बाद भी भाजपा का कोई भी व्यक्ति फिल्म देखने नहीं आया।

बघेल ने कहा कि यह 80-90 का दौर था, तब भाजपा की समर्थन वाली वीपी सिंह की सरकार थी और भाजपा का नेतृत्व अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवानी कर रहे थे। उस समय जगमोहन जी वहां के उपराज्यपाल थे। कश्मीरी पंडितों को रोकने का प्रयास नहीं किया गया बल्कि उन्हें जाने दिया गया। वहां राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया, लेकिन सेना नहीं भेजी गई। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के संसद का घेराव करने के बाद वहां सेना भेजी गई।

कश्मीरी पंडितों के साथ हुई हिंसा पर बनी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर प्रदेश में सियासत गरमा गया है। बुधवार को विधानसभा में शुन्यकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने इस फिल्म को राज्य में टैक्स फ्री करने की मांग सीएम भूपेश बघेल से की। इस पर बघेल ने कहा कि वे तो प्रधानमंत्री से इसे पूरे देश में टैक्स फ्री करने की मांग करते हैं। सदन में मुख्यमंत्री ने रात आठ बजे के शो में सभी विधायकों को फिल्म देखने का न्योता भी दिया, लेकिन भाजपा विधायक नहीं पहुंचे।

सदन में चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि राज्य में इस फिल्म को टैक्स फ्री कर देने से अधिक से अधिक लोग इसे देख पाएंगे। इस पर बघेल ने कहा कि मैं तो कहूंगा सभी विधायक फिल्म देखने चलें। रात आठ बजे वाली शो की पूरी टिकट बुक करा ली गई है। उन्होंने कहा कि टैक्स की राशि भारत सरकार को भी मिलती है, इसलिए इसे पूरे देश में टैक्स फ्री करने की मांग करते हैं। इस पर भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि यह मनोरंजन कर का मामला है, जो राज्य का विषय है। इस पर बघेल ने स्पष्ट किया कि जीएसटी लागू होने के बाद से आधा पैसा केंद्र को जाता है। मुख्यमंत्री के साथ विधानसभा अध्यक्ष डा. चरणदास महंत, मंत्री और कांग्रेस विधायक भी फिल्म देखने पहुंचे थे।

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