JSW से निकलने वाला केमिकल युक्त पानी माण्ड नदी में जाने से पर्यावरण को गंभीर खतरा…

खरसिया -छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले खरसिया में स्थित JSW पर पर्यावरणीय नियमों की गंभीर अनदेखी के आरोप लगे हैं। स्थानीय रहवासी का आरोप है कि प्लांट प्रबंधन पर्यावरण के नियमों का पालन करने में विफल रहा है, जिससे आस-पास के क्षेत्र में पर्यावरण को गंभीर खतरा पैदा हो रहा है।
JSW से निकलने वाले रासायनिक युक्त पानी को माण्ड नदी में बहाने की खबर ने स्थानीय नागरिकों के बीच चिंता की लहर पैदा कर दी है।

मिली जानकारी के अनुसार,JSW प्लांट से उत्पन्न होने वाला अपशिष्ट जल,जो विभिन्न हानिकारक रसायनों से युक्त है,सीधे नालों के माध्यम से खेतों से होते हुए माण्ड नदी में बहाया जा रहा है। इससे न केवल नदी का पानी दूषित हो रहा है,बल्कि इस क्षेत्र की जैव विविधता और आस-पास के ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के रासायनिक प्रदूषण से मछलियों और अन्य जलीय जीवों की मौत हो सकती है, साथ ही पानी के उपयोग के लिए नदी पर निर्भर रहने वाले ग्रामीणों के लिए भी यह एक बड़ा खतरा बन सकता है। अगर यह समस्या जल्द हल नहीं की गई, तो इसका प्रभाव दूरगामी और विनाशकारी हो सकता है।
स्थानीय प्रशासन और पर्यावरण संरक्षण विभाग से अपील की जा रही है कि वे इस मामले की निष्पक्ष जांच करें और JSW को इस प्रदूषण को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए बाध्य करें। यदि जल्द ही उचित कार्यवाही नहीं की गई,तो स्थानीय निवासियों और पर्यावरणविदों द्वारा विरोध प्रदर्शन और कानूनी कार्यवाही की संभावना है।
माण्ड नदी, जो कि क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण जल स्रोत है, को इस प्रकार के प्रदूषण से बचाने के लिए ठोस कदम उठाना अब अनिवार्य हो गया है। स्थानीय नागरिकों ने भी इस मामले में अपनी आवाज उठाई है और प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
माण्ड नदी में केमिकल युक्त पानी छोड़े जाने से पर्यावरण को गंभीर खतरा

स्थानीय लोगों ने भी इस मुद्दे पर प्रशासन से कठोर कदम उठाने की मांग की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाने की अपील की है। वहीं, पर्यावरण कार्यकर्ता इस घटना को गंभीरता से लेते हुए इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं।
माण्ड नदी के आस-पास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को फिलहाल नदी के पानी का उपयोग न करने की सलाह दी गई है,ताकि उनके स्वास्थ्य पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े…




