भारी वाहनों के गुजरते ही धुंधला हो जाता है मार्ग
बारिश थमते ही जिले के एनएच में उड़ने लगा है धूल का गुबार
विगत सप्ताह भर तक बारिश होने के बाद अब मौसम साफ होते ही एनएच सड़कों से भारी वाहनों के गुजरते ही धूल का गुब्बार इस कदर उठ रहा है कि छोटे वाहन चालक परेशान हो रहे हैं, साथ ही शहर के आस-पास एनएच किनारे स्थित भारी वाहनों की कतार लगे होने से हादसों का भय बना रहता है। इसके बाद भी इन वाहन चालकों पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं हो रही है।
वाहनों की रहती है रेलमपेल,छोटे वाहन चालक हो रहे परेशान
रायगढ़. जिले के सड़क पर निकलते ही चारों तरफ एनएच की सड़के हैं, लेकिन इन सड़कों की साफ-सफाई नहीं होने के कारण वाहनों के गुजरते ही धूल का गुब्बार इस कदर उठता है कि छोटे वाहन चालकों के सामने कुछ नजर ही नहीं आता, जिसके चलते कई बार हादसे की भी स्थिति निर्मित हो जाती है।
वहीं देखा जाए तो बारिश बंद होने के बाद यह स्थिति निर्मित हुई है, जिससे न चाहते हुए भी उनको जाना पड़ता है, क्योंकि जिले की सभी सड़कों की यही स्थिति है। इस संबंध में राहगीरों का कहना है कि जिले की चाहे कोई भी मार्ग हो धूल का गुबार आसानी से देखा जा सकता है। सुबह से लेकर रात तक यहां ऐसा कोई समय नहीं जहां धूल की आंधी दिखाई ना दे। जिसके चलते आए दिन हादसे भी होते हैं, जिससे किसी की स्पॉट पर ही मौत हो जाती है तो कोई अस्पताल में जीवन व मौत से जुझ रहा है। वहीं कई बार तो नो-एंट्री में भी भारी वाहनों तेज गति से दौड़ती है,जिससे दुपहिया वाहन चालकों को जान हथेली पर रखकर आवागमन करना पड़ रहा है।
एनएच बन गया गैरेज
यातायात व परिवहन विभाग द्वारा एनएच की दशा सुधारने के लिए हमेशा गश्त की जाती है,लेकिन सड़क किनारे खड़े वाहन चालकों पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होती। ऐसे में अब तो स्थिति ऐसी बन गई है कि चाहें एनएच-49 हो या फिर रायगढ़-घरघोड़ा एनएच सभी जगह सड़क किनारे वाहनों को खडे़ कर रिपेयर किया जाता है, जिससे एक वाहन खडे़ होते ही उसके पीछे लंबी कतार लग जा रही है। ऐसे में तेजी गती से आ रही भारी वाहनों से बचने के चक्कर में छोटे वाहन चालक खड़ी वाहनों से टकरा जा रहे हैं। साथ ही इस तरह की घटना दिन के समय तो कम होती है, लेकिन जैसे ही शाम होता है तो हादसों का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है, क्योंकि एक धूल के चलते सामने दिखाई नहीं देता वहीं खड़ी वाहनों में संकेत चिन्ह,लाईट नहीं जलने के कारण भी हादसों में इज़ाफ़ा होते जा रहा है।
शहर के उर्दना मार्ग एनएच हो या रायगढ़-बिलासपुर एनएच, दोनों ही मार्गों पर दिन रात भारी वाहन की रेलम-पेल लगे रहता है। JSW, साइडिंग, उद्योग घरानों के आस-पास ढाबों साथ ही दिन हो या रात दोनों हमेशा सड़क किनारे भारी वाहन कतार में खड़ी रहती है, ऐसे में जैसे ही कोई भारी वाहन गुजरता है तो सड़क से उठने वाले धूल के गुब्बार से पूरा मार्ग धूंधला हो जाता है, जिससे कई बार छोटे वाहन चालक सड़क किनारे खड़ी वाहनों से टकरा कर घायल हो जा रहे हैं। ऐसे में जब तक सड़कों की सफाई के साथ-साथ सड़क किनारे खड़ी वाहनों को नहीं हटाया जाएगा, तब तक हादसों का दौर कम नहीं होगा…