
मुझे हार से कभी डर नहीं लगा…एक हार जहां लोगों को हिला कर रख देता … ओ पी चौधरी

कंफर्ट जोन के सर्कल में होता है दिमाग और दिल के बीच द्वन्द……सफल वही जो दिल की सुने
कंफर्ट जोन हमेशा एक सर्कल में चलने वाली प्रक्रिया है । जिसमें आपकी लाइफ जैसे चल रही है वैसी ही डेली रूटीन के साथ चलती रहती है । एक समय ऐसा आएगा जिसमें आपका मन कहेगा की इस कंफर्ट जोन से निकल जाना चाहिए और वहीं दिमाग कहेगा कि मत निकल खतरा है । लेकिन इस सर्कल से निकलने का जो निर्णय होता है वो हमेशा दिल और मन से लिया गया निर्णय होता है और वही आदमी जीवन में आगे जा पायेगा , सफा हो पाएगा जो अपने दिल की सुनकर इस कंफर्ट जोन के सर्कल से बाहर निकलेगा । दिमाग हमेशा मना करेगा लेकिन तब दिल की सुनकर निर्णय लेना चाहिए। और यह सबसे ज्यादा भावनात्मक समय होता भी है । और यही समय आपको दूसरों से अलग भी बनाता है । जितने सफल लोग हैं उनकी लाइफ में कभी न कभी ऐसा भावनात्मक मोड़ आया होगा जिसमें उन्होंने अपने दिल की सुनी होगी।
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ओपी कहते हैं कि “I can’t live the life in comfort zone”. मुझे हार से कभी डर नहीं लगा ।एक हार जहां लोगों को हिला कर रख देती है वहीं उनका मानना है कि वो अपने जीवन को हमेशा सकारात्मकता से जीते हैं ।किसी भी विपरीत परिस्थिति को सकारात्मकता से सामना करने वाले ओपी मानते हैं कि एक हार आने वाले समय में आपके बड़े सफलता का द्वार खोलेगी अगर आप सकारातमक होते हैं। जिस दिन आपने इस दिल और दिमाग के द्वन्द को समझ लिया आपको आगे बढ़ने से दुनिया की कोई भी ताकत नहीं रोक सकती….
स्रोत –
https://www.facebook.com/groups/310353506411704/permalink/817057905741259/




