छत्तीसगढ़दिल्ली

महंगाई के विरोध में भाग लेने दिल्ली पहुंचे ओबीसी काँग्रेस के रायगढ़ जिलाध्यक्ष संजय देवांगन

मंहगाई के खिलाफ आज काँग्रेस का दिल्ली में हल्ला बोल

संजय देवांगन @रायगढ़ ।देश में बेतहाशा बढ़ी हुई महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ काँग्रेस के द्वारा दिल्ली के रामलीला मैदान में बड़ी रैली का आयोजन किया गया है। जिसके लिए छत्तीसगढ़ से एक स्पेशल ट्रेन भी चलाया गया है, जिसमें छत्तीसगढ़ के भी हजारों काँग्रेसी दिल्ली पहुंचे हैं। छत्तीसगढ़ प्रेदश काँग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

इसी रैली में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ प्रदेश काँग्रेस अन्य पिछड़ा वर्ग विभाग के रायगढ़ जिलाध्यक्ष संजय देवांगन भी अपने साथियों के साथ केंद्र सरकार को महंगाई के लिए घेरने दिल्ली पहुंचे हैं। दिल्ली पहुँचते ही जिलाध्यक्ष संजय देवांगन ने केंद्र सरकार की गलत नीतियों का पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि, मोदी सरकार के कुप्रबंधन और गलत आर्थिक नीतियों के कारण देश में महंगाई चरम पर है। आम आदमी का जीना दूभर हो गया है, 2014 में इनके द्वारा एक से बढ़कर एक दिवास्वप्न दिखाकर जनता में अपनी पैठ जमाई। लेकिन जनता अब केंद्र की इस सरकार को चुनकर पछता रही है, क्योंकि इस ने देश की आम जनता को छला है। जबसे इसने सत्ता संभाली है कोई बात दे कि, किस चीज में देश की आम जनता को राहत दी है ? अब तो आपको अपने बैंक में रखे हुए खुद की गाढ़ी कमाई को निकालने, जमा करने सब पर भारी भरकम टैक्स देना पड़ रहा है।दूर की बात क्या कहे हमारे छत्तीसगढ़ की ही बात बता देते हैं कि हमारे ही छत्तीसगढ़ की खनिज संपदा कोयला सहित अन्य खनिज संपदा को केंद्र बेतहाशा दोहन कर रहा है लेकिन हमारे छत्तीसगढ़ के सशक्त, लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी के द्वारा कितने बार बोलने के बावजूद भी छत्तीसगढ़ को हमारी सम्पदा का हिस्सा नहीं दे रहे हैं। जबकि आज ट्रेनों के मामले में सबसे गिरी हुई स्थिति में पहुंच गया है जहाँ देखो आपको केवल और केवल माल गाड़ी ही दिखाई देती है वो भी एक के पीछे एक। वो भी केवल 500 मीटर के अंतराल पर। यह केवल छत्तीसगढ़ में दिखाई देता है क्योंकि हमारा छत्तीसगढ़ प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है और केंद्र उसका दोहन एक भूखे भेड़िए की तरह कर रहा है। लेकिन छत्तीसगढ़ राज्य को क्या टेक्स मिल रहा है ? ठेंगा। जो भी कमा रहे हैं वो इनके व्यापारी दोस्त। इसके उलट सवारी गाड़ियों की बात करें तो केंद्र सरकार को अब लगता है इंसानों के समय की कोई वैल्यू नहीं है। लगातार सैकड़ों ट्रेनों को पिछले कितने महीनों से रदद् करते हुए आ रहे हैं। और जो चल भी रहे हैं उनको कहीं पर भी घण्टों खड़े कर दे रहे हैं क्योंकि उनको मालगाड़ियों को पासिंग देना रहता है। इसी प्रकार रोजमर्रा के सामान और आवश्यक वस्तुओं के दामो में पिछले 8 सालों में 148 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हो गयी है। पेट्रोल-डीजल के दाम इतिहास के उच्चतम स्तर पर इसलिए हो गए हैं क्योंकि, केन्द्र सरकार उस पर आजादी के बाद अब तक का सबसे ज्यादा एक्साइज टैक्स मोदी सरकार वसूल रही है। कांग्रेस महंगाई के खिलाफ लगातार आंदोलनरत है। कांग्रेस आमजनता की पीड़ा और दुख की अभिव्यक्ति के लिए रामलीला मैदान में विरोध करेगी। देश भर में कांग्रेस के लोग इकट्ठा होकर विरोध करने दिल्ली पहुंचे है।

आगे रायगढ़ जिलाध्यक्ष संजय देवांगन ने कहा कि, पिछले 8 सालों से केंद्र सरकार हर चीज़ ध्यान दे हर चीज़ में बेतहाशा टेक्स वृद्धि करते आ रही है लेकिन समझ से परे है कि इतना भारी भरकम टेक्स जा कहाँ रहा है ? क्या सब चीजों से आए टेक्स के पैसों से ये अपने लिए 8 हजार करोड़ रुपए की शाही प्लेन लिए और अपने लिए 2285 हजार करोड़ रुपए का सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट बनवा रहे हैं। 3 हजार करोड़ रुपए खर्च कर सरदार पटेल की मूर्ति बनवाई। क्या काम आ रहा है वह। जबकि सर्वविदित है कि सरदार पटेल को किसी तरह की पहचान की जरूरत नहीं है। अखण्ड भारत उनके योगदानों को सृष्टि के रहने तक याद रखेगा। इन सब खर्चों को हम आप देश की जनता को भारी भरकम टेक्स देकर चुकाना पड़ रहा है। जब देश को चलाने के लिए इनके पास पैसा नहीं है जिसके लिए ये लगातार जनता पर टैक्सों का बोझ डालते जा रहे हैं तो विपक्षी पार्टियों के सांसदों और विधायकों को खरीद फरोख्त करने के लिए इनके पास कहाँ से अकूत सम्पत्ति आ जा रही है ? चिंतन का विषय है। पर चिंतन करें कौन ? अंधभक्तों को तो कुछ दिखता ही नहीं है। जबकि अंधभक्त भी पिसा रहे हैं लेकिन वे कहे किससे ? जिनको वोट दिए हैं वे खुद इनकी बात नहीं सुनते। देश आज तानाशाही व्यवस्था में चल रहा है जो देश के साथ साथ विदेशों में भी भारत की साख को गिरा रहा है। पिद्दी भर के देश भी अब भारत को आँख दिखाने लग गए हैं जिनकी चाह कर भी कभी बात करने की हिम्मत नहीं होती थी।

जिलाध्यक्ष संजय देवांगन आरोप लगाते हुए कहा कि, मोदी सरकार महंगाई को तो नियंत्रित कर नहीं पा रही है उल्टा पहले से ही परेशान जनता पर टैक्स का बोझ डाल कर अपना खजाना भरने में लगी है। भाजपा के सत्ता में आने से पहले 2014 में पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 9.48 रू. प्रति लीटर था और डीजल पर 3.56 रू. प्रति लीटर। मोदी सरकार ने इसे बढ़ाकर पेट्रोल पर 32.98 रू. प्रति लीटर और डीजल पर 31.83 रू. प्रति लीटर कर दिया। ये सरकार यूपीए की तुलना में पेट्रोल-डीजल पर 186 प्रतिशत ज्यादा टैक्स वसूल रही है। 2021-22 में देश का कुल कर संग्रह भी 34 फीसदी बढ़कर 27.07 लाख करोड़ हो गया, जो बजट में लगाए गए 22.17 लाख करोड़ के अनुमान से 5 लाख करोड़ ज्यादा है। इसमें एक बड़ा हिस्सा जीएसटी का है। सरकार पहले ही जीएसटी से इतना पैसा कमा रही है फिर भी इसकी भूख शांत नहीं हो रही। अब आटा, दही, पनीर, जैसी रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी दी गई है।

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Gopal Krishna Naik

Editor in Chief Naik News Agency Group

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