90 ऑक्सीजन सुविधायुक्त बेड तैयार, 110 ऑक्सीजन बेड और हो रहे है तैयार
रायगढ़। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच मृत्यु दर को कम से कम रखना हमारा सबसे प्रमुख लक्ष्य है, इसके लिये आवश्यक है कि ऑक्सीजन सुविधायुक्त बिस्तरों वाले निजी चिकित्सालय जो कोविड का इलाज कर रहे है वे गंभीर मरीजों को ऑक्सीजन बेड हेतु प्राथमिकता दें। चूंकि गंभीर मरीज का ऑक्सीजन सेचुरेशन लेवल तेजी से घटने की संभावना होती है अत: इस प्रकार के मरीजों के लिये बेड उपलब्ध रखे जाये। उक्त बातें कलेक्टर भीम सिंह ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आईएमए रायगढ़ के तहत निजी चिकित्सकों व अस्पताल संचालकों की बैठक में कहा।
कलेक्टर सिंह ने अस्पतालों में ऑक्सीजन सुविधायुक्त बिस्तरों की तैयारी की समीक्षा की। वर्तमान में एमसीएच में 30, जिंदल अस्पताल में 20, अपेक्स अस्पताल में 20, मेट्रो अस्पताल में 10 व मिशन हास्पिटल में 10 ऑक्सीजन सुविधायुक्त बिस्तर उपलब्ध है। लोईंग सीएचसी में 30 बिस्तर, अपेक्स अस्पताल में 30 बिस्तर अगले दस दिनों में व शिवानंद नेत्रालय में 50 ऑक्सीजन सुविधायुक्त बिस्तर अगले बीस दिनों में तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। इस प्रकार जिले में 200 ऑक्सीजन सुविधायुक्त बिस्तर की उपलब्धता की रूपरेखा तैयार कर ली गई है।
हाईरिस्क मरीजों की जल्द करनी है पहचान
कलेक्टर सिंह ने कहा कि जिले में हाईरिस्क व गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों की जांच प्राथमिकता से किया जाना है जिससे जल्द कोरोना संक्रमण की पहचान हो और मरीज के गंभीर स्थिति में पहुंचने से पहले उसे इलाज मुहैय्या कराया जा सके। उन्होंने निजी चिकित्सालयों को उनके यहां इलाज के लिये आने वाले श्वसन समस्या से पीडि़त व प्रारंभिक लक्षण वाले मरीजों का अनिवार्यत: रैपिड एंटीजन टेस्ट करने के निर्देश दिये।
बैठक के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केशरी, रायगढ़ शहर के निजी चिकित्सक व अस्पताल संचालक सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।