ऑनलाइन सर्वाधिक कक्षा व बच्चों को जोडऩे का रखा था लक्ष्य
रायगढ़ । बदलाव की चुनौतियों के बीच कलेक्टर भीम सिंह के निर्देशन में संचालित हो रही पढ़ई तुंहर दुआर ऑनलाइन कक्षा के महाअभियान अंतर्गत जिले के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों द्वारा अपनी क्षमताओं के अधिकतम प्रयास को परखने हेतु ऑनलाइन कक्षा महाअभियान चलाया।
लक्ष्य था सर्वाधिक ऑनलाइन कक्षाएं व सर्वाधिक बच्चों को जोडऩे का। समूचे राज्य में ऑनलाइन कक्षाओं को संचालित करने व सर्वाधिक बच्चों को जोडऩे के मामले में रायगढ़ जिला अव्वल रहा है, इस बात की वास्तविकता एवं क्रियान्वयन का अवलोकन करने प्रमुख सचिव, शिक्षा, डॉ. आलोक शुक्ला ने जिले का आधिकारिक दौरा किया। अपने दौरे में कलेक्टर भीम सिंह, सीईओ जिला पंचायत सु ऋचा प्रकाश चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी आर.पी.आदित्य ने रायगढ़ जिले के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को प्रेरित करते हुए जब उन्होंने यह बात कही थी कि हममें अपनी क्षमताओं को परखने, अपने प्रयासों से अधिकतम ऑनलाइन कक्षाओं व अधिकतम बच्चों को जोडऩे का प्रयास करना होगा। इसी प्रेरणा व प्रयोजन से जिले के तमाम शिक्षकों ने इस महाअभियान की कमान सम्भालते हुए अपना लक्ष्य हासिल किया।
क्या लक्ष्य हासिल किया
ऑनलाइन कक्षा महाअभियान अंतर्गत जिले के विभिन्न विकास खंडों के शिक्षकों ने एक दिन में कुल 21425 ऑनलाइन कक्षाओ को संचालित करते हुए 212625 से भी अधिक बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करते हुए अपनी क्षमताओं व प्रयासों को परखते हुए इस महाअभियान के महती लक्ष्य को हासिल किया।
डॉ आलोक शुक्ला की प्रशंसा बनी शिक्षकों की प्रेरणा
डॉ.आलोक शुक्ला की प्रेरणा, कलेक्टर भीम सिंह के कुशल निर्देशन, सीईओ जिला पंचायत सु ऋचा प्रकाश चौधरी के मार्गदर्शन में जिला शिक्षा अधिकारी आर.पी.आदित्य एवं मिशन संचालक रमेश देवांगन जिले के शिक्षकों को लगातार प्रेरित करते हुए कहा कि हमारे प्रयासों के लिए प्रमुख सचिव ने शुभकामनाएं दी हैं व साथ ही एक महती जिम्मेदारी भी दी है कि सभी शिक्षक अपनी अधिकतम क्षमताओं का उपयोग करते हुए अधिकतम ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से अधिकतम बच्चों को जोड़ते हुए उन तक शिक्षा का लाभ पहुंचाने का प्रयास करें और इन सभी की प्रेरणा से ही जिले के सभी शिक्षक इस महा अभियान के अपने लक्ष्य को हासिल करते हुए समाचार लिखे जाने तक कुल 21425 ऑनलाइन कक्षाओं को संचालित करते हुए कुल 2 लाख 12 हजार 625 बच्चों की उपस्थिति दर्ज कराते हुए अपनी क्षमताओं के प्रदर्शन में एक इतिहास गढऩे में कामयाब रहे।
क्या थी योजना, कैसे हुआ प्रयास
अधिकतम क्षमताओं व प्रयासों के इस महा अभियान की योजना में जिला स्तर पर सभी विकासखण्डों के बीईओ, प्राचार्यों, प्रधान पाठकों, संकुल समन्वयकों, शिक्षकों को एक दिन में दो-दो ऑनलाइन कक्षाओं को जेनेरेट करने, मॉनिटरिंग करने, अधिकतम बच्चों को जोड़ते हुए बच्चों को अध्यापन कराने हेतु जिले से संकुल स्तर तक प्रेरित किया गया। ऑनलाइन व ऑफलाइन कक्षाओं सहित अन्य शैक्षिक मॉडल में अग्रणी रहे शिक्षकों को मोटीवेट करते हुए पालकों, बच्चों को हर स्तर पर प्रेरित किया गया।
सकारात्मक परिणाम के बाद क्या लिया संकल्प
ऐसे समय जब कोविड 19 संक्रमण की चुनौतियाँ हावी हो रही थीं, स्कूल बंद थे, ऐसी कठिन परिस्थितियों में भी रायगढ़ जिले के शिक्षकों के प्रयासों का ही परिणाम रहा कि जिले में एक दिन में ही शाम 5 बजे तक 21425 ऑनलाइन क्लासेस में 2 लाख 12 हजार 625 बच्चों की उपस्थिति रही। अपने योजनाबद्ध प्रयासों व प्रयोजन के सकारात्मक परिणाम के फलस्वरूप जिले के सभी अधिकारियों व शिक्षकों का मनोबल बढ़ा और सभी ने संकल्प भी लिया कि प्राप्त परिणामों के आधार पर अपनी अधिकतम क्षमताओं व प्रयासों से शिक्षा व इसकी उपलब्धता व प्रगति को और भी आगे ले जाने का प्रयास जारी रहेगा।