सारंगढ़ विधायक श्रीमती उत्तरी गनपत जांगड़े भी मौजूद रही
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मकान निर्माण हेतु बास-बल्ली भी प्रदान किया जाएगा
रायगढ़ । कलेक्टर भीम सिंह और पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने आज सारंगढ़ क्षेत्र में बाढ़ राहत कैम्पों का निरीक्षण किया तथा वहां की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इस दौरान सारंगढ़ क्षेत्र की विधायक श्रीमती उत्तरी गनपत जांगड़े भी मौजूद रही। बाढ़ के पानी के वजह से टिमरलगा से बरमकेला मार्ग अभी भी बंद है। कलेक्टर सिंह ने टिमरलगा बाढ़ राहत कैम्प में जाकर वहां रहने वाले ग्रामीणों का हाल जाना।
उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि भले ही उनके गांवों में बाढ़ का पानी उतर गया हो लेकिन वहां की कीचड़ और गंदगी साफ होने तथा घरों के सूखने तक सभी लोग राहत कैम्प में रह सकते है। उन्होंने कच्चे घरों में रहने वाले ग्रामवासियों से कहा कि घर की स्थिति का अवलोकन करने के बाद ही जाये क्योंकि ज्यादा जल भराव के कारण कच्चे मकानों का गिरने का खतरा रहता है ऐसी स्थिति में दुर्घटनायें भी हो सकती है।
कलेक्टर सिंह ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि प्रशासन की ओर से बाढ़ से होने वाले घरों के नुकसान, क्षतिग्रस्त मकानों तथा मकान गिरने का सर्वेक्षण कराया जा रहा है। जिन व्यक्तियों के मकानों को क्षति पहुंची है या मकान गिर गये है उन्हें शासन की ओर से प्रदान की जाने वाली सहायता राशि अधिकतम रुपये 95 हजार तक प्रदान किया जायेगा। साथ ही मकान निर्माण के लिये आवश्यकता अनुसार बांस-बल्ली भी प्रदान किया जायेगा।
कलेक्टर सिंह ने बाढ़ राहत केन्द्रों में रहने वाले सभी लोगों के स्वास्थ्य की जांच करने तथा दवायें उपलब्ध कराने के निर्देश दिये और लोगों को मास्क वितरण तथा आपस में सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने को कहा जिससे कोरोना संक्रमण से बचाव हो सके। कलेक्टर सिंह ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों के सभी हेण्ड पंप तथा बोर वेल में क्लोरीनेशन करने एवं गांवों में आवश्यकता के अनुसार ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव करने के निर्देश दिये।
उन्होंने राहत कैम्पों में रहने वाले व्यक्तियों से उन्हें प्रदाय किये जाने वाले भोजन तथा साफ-सफाई व्यवस्था के बारे में जानकारी ली तथा कैम्पों में अपने अभिभावकों के साथ रह रहे बच्चों से बात कर उनका हालचाल पूछा। कलेक्टर सिंह ने ग्राम-छर्रा पहुंचकर शासकीय हाईस्कूल छर्रा में बनाये गये राहत कैम्प की व्यवस्थाओं की भी जानकारी ली।
वहां के ग्रामीणों द्वारा राशन कार्ड नहीं बनाये जाने तथा वृद्धजनों को मिलने वाली पेंशन समय से नहीं मिलने की शिकायत पर वहां के फूड इंस्पेक्टर तथा पंचायत सचिव को 15 दिनों के भीतर राशन कार्ड बनाने और पेंशन की राशि समय पर भुगतान कराने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि शासन के मैदानी स्तर के कर्मचारियों की तत्परता तथा नागरिकों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने से शासन की छवि बनती है और मैदानी क्षेत्रों में पदस्थ कर्मचारियों को प्रतिदिन ग्रामीणों के संपर्क में रहना है इसलिये अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सजगता से कार्य करे।
कलेक्टर सिंह ने अधिकारियों को ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा जिससे पेंशन की राशि समय पर प्राप्त हो सके। उन्होंने महानदी के किनारे स्थित ग्राम-छतौना पहुंचकर बाढ़ के कारण हुये नुकसान का जायजा लिया और क्षति ग्रस्त एवं गिरे हुये मकानों के रहवासियों को आश्वस्त किया कि शासन की ओर से शीघ्र मकान बनाने के लिये मुआवजा राशि प्रदान की जायेगी।
कलेक्टर सिंह ने बिजली विभाग के अधिकारियों को लो-वोल्टेज समस्या से निजात हेतु अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाने के निर्देश दिये और उन्होंने स्कूल भवन निर्माण कराये जाने का प्रस्ताव तैयार करने को कहा। सारंगढ़ विधायक श्रीमती उत्तरी गनपत जांगड़े भी बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने तथा बाढ़ राहत केन्द्रों में रहने वाले लोगों से मिलकर वहां की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने कलेक्टर सिंह से चर्चा कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण कर शासन की ओर से क्षतिपूर्ति और मुआवजा राशि प्रदान करने को कहा। इस दौरान एसडीएम सारंगढ़ सहित समस्त विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।