रायगढ़ । एक 56 वर्षीय व्यक्ति को उसके परिजनों से मिली जानकारी अनुसार पहले से ही उक्त रक्त चाप एवं मधुमेह की बीमारी थी। दिनांक 20.8.2020 को उसे बुखार एवं खांसी की शिकायत उत्पन्न हुई एवं 22.8.2020 को उसके द्वारा सेम्पल कलेक्शन केन्द्र जाकर सेम्पल दिया गया जहां पर उसने अपने शरीर में उत्पन्न लक्षण (बुखार एवं खांसी) की जानकारी नहीं दी गयी, जिससे उसका आरटीपीसीआर सेम्पल लिया गया और दिनांक 23.8.20202 को उसे सांस लेने में तकलीफ हुई और एम्बुलेंस को फोन करने के पश्चात 15.20 मिनट के अंतराल में ही मृत्यु उसकी हो गई। यदि व्यक्ति द्वारा सैंपल कलेक्शन के दौरान लक्षणों की जानकारी दी गयी होती तो मामले की गंभीरता को देखते हुए उसका रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जाता जिससे मौके पर ही उसकी रिपोर्ट मिलने से तत्काल उसका इलाज शुरू हो जाता और व्यक्ति को बचाया जा सकता था।
सावधानी-डॉक्टर के पास या सेम्पल कलेक्शन सेंटर में अपने लक्षण के बारें में पूरी व सही जानकारी दें। कुछ न छिपाएं। लक्षणयुक्त व्यक्तियों का रैपिड एंटीजन टेस्ट लिया जाता है जिससे तत्काल रिपोर्ट मिल सके और मरीज को समय से उपचार दिया जा सके। सैंपल देने के दौरान पूरी व सही जानकारी देने पर चिकित्सक ये निर्धारित कर पाते हैं कि व्यक्ति के लक्षण की गंभीरता व परिस्थिति के अनुसार कौन सा टेस्ट उचित होगा। जिससे मरीज को समय पर सही इलाज मिल सके, लोगों से आग्रह है कि लक्षणों को नजर अंदाज बिल्कुल न करें। लक्षण दिखने पर तुरंत सैंपल देकर टेस्ट करवाएं।
कोरोना टेस्टिंग की अहमियत समझना आवश्यक
इसे हाल ही में बरमकेला विकासखण्ड के गावों जनकपुर और गिरहुलपाली में सामने आए मामले से भी समझा जा सकता है वहां कोरोना के सामुदायिक सघन सर्वे अभियान के दौरान कुछ ग्रामवासियों नें टेस्ट कराने से इनकार कर दिया, प्रशासनिक अधिकारियों की काफी समझाइश के बाद लोग टेस्ट के लिए राजी हुए। टेस्टिंग के बाद जनकपुर से 10 और गिरहुलपाली से 08 संक्रमित मिले। जिन्हें कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार इलाज मुहैय्या कराया का रहा है। यदि वे टेस्ट नही करवाते तो इन संक्रमितों की पहचान नही होती और संक्रमण का दायरा बढ़ सकता था।
कलेक्टर भीम सिंह ने की जन सहयोग की अपील
कलेक्टर भीम सिंह लोगों से लगातार अपील कर रहे हैं कि कोरोना का डोर-टू-डोर सर्वे अभियान तभी सफल होगा जब लोग अपनी सहभागिता निभाएंगे। लक्षणों को नही छिपाएंगे, सर्वे टीम को पूरी जानकारी देंगे। उन्होंने कहा कि लोगों की स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए ही छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा इतने बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है अत: लोग इसका महत्व समझते हुए अपना पूरा सहयोग दें।