कांग्रेस ने धर्मांतरण के आरोप को सिरे से नकारा, कहे- भाजपा नेता इसे सिद्ध करें या सार्वजनिक माफी मांगे

जिले में भारी बारिश के साथ एक बार फिर राजनीतिक गहमा-गहमी बढ़ने लगा है। आरोप प्रत्यारोप और कटाक्ष होते नजर आ रहे हैं। भाजपा की ओर से बुधवार को ओपी चौधरी के साथ अन्य कार्यकर्ताओं ने जिले में कथित धर्मांतरण की बात करते हुए राज्यपाल और मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। वहीं कांग्रेस ने भाजपा के इस आरोप को झूठा बताया है।
बता दें कि, धर्मांतरण के मामले में कांग्रेस की तरफ से एक विज्ञप्ति जारी की गई है। जिसमें जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष दिलीप पाण्डेय एवं वर्तमान अध्यक्ष अरुण मालाकार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि, विगत दिनों भाजपा के स्थानीय नेताओं ने प्रदेश के राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम पर कलेक्टर को ज्ञापन देकर राज्य सरकार पर धर्मांतरण को संरक्षण देने का मिथ्या और बेबुनियाद गम्भीर आरोप लगाया है।
विज्ञप्ति में कांग्रेस जिलाध्यक्षों ने कहा कि, राजनीति में आलोचना समालोचना की गुंजाइश तों रहती है। लेकिन इस प्रकार से कांग्रेस सरकार के आने के बाद सरकारी सह पर धर्मांतरण का आरोप को सही नहीं ठहराया जा सकता। हम इस बेबुनियाद और मिथ्या आरोप को सिरे से खारिज करते हैं। भाजपा नेतागण इसे सिद्ध करें अन्यथा सार्वजनिक रूप से माफी मांगे। मामले की बिना सत्यता जानें भाजपा नेताओं ने कांग्रेस सरकार के आने के बाद सरकारी सह पर जिले में धर्मांतरण होने का जो मिथ्या आरोप लगाया है।
वहीं उन्होंने कहा कि, अगर यह सिद्ध हो गया तो, हम अपने सार्वजनिक जीवन से सन्यास ले लेंगे। सरकार के खिलाफ इनके पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए बेतुकी झूठी आरोप लगाकर सरकार की छवि खराब करने की भाजपा कोशिश कर रही है।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यह लेख कांग्रेस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति पर हैं। आलेख में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए THE DEHATI.COM उत्तरदायी नहीं है।
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