
आषाढ़ मास की द्वितीया तिथि पर भगवान जगन्नाथ सजधज के साथ भक्तों को दर्शन देने के लिए निकले हैं। नंदेली राधाकृष्ण मंदिर के साथ ग्रामीण क्षेत्र सहित अनेक मोहल्लों से भगवान जगन्नाथ की भव्य शोभायात्रा आज शुक्रवार को निकाली गई।

रथ पर विराजमान जगन्नाथ की शोभायात्रा निराली रही।

शुक्रवार की सुबह मंत्रोच्चार के बीच भगवान जगन्नाथ के साथ उनके भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा का विधि-विधान से पूजन किया गया। पूजन के बाद उन्हें रथ पर विराजमान किया गया। भक्त नंगे पांव रस्सियों से रथ को खींच रहे थे। जगह-जगह पुष्पवर्षा करके यात्रा का स्वागत किया गया। रथ को रोककर भक्त आरती-पूजन करके आशीर्वाद लिया। वहीं, बैंडबाजा व डीजे से बज रहे भक्ति गीतों से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया।

ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा तिथि पर 14 जून को भक्तों ने भगवान जगन्नाथ को स्नान कराया था। मान्यता के अनुसार अत्यधिक स्नान करने के साथ भगवान अस्वस्थ हो गए थे।
इसके बाद भक्तों को दर्शन नहीं दे रहे थे। सिर्फ पुजारी उनके पास जाकर स्वस्थ करने के लिए जड़ी-बूटियाें से बना काढ़ा अर्पित करते रहे। स्वस्थ होने पर आषाढ़ मास की द्वितीया तिथि को उनकी शोभायात्रा निकाली जा रही है।




