पंचतत्व में विलीन हुए पंचराम जोशी(जोल्हे )
मुकेश लहरें @खरसिया-खरसिया पंचतत्व में विलीन हुए पंचराम जोशी सोनबरसा के शैक्षिक समन्वयक कोमल राम जोशी के पिता एवं युवा पत्रकार हेमलाल कुर्रे के नाना जी का 1 जुलाई को सुबह 8:00 बजे निधन हो गया जो लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे जिनका अंतिम संस्कार दोपहर 12:00 बजे गृह ग्राम धोबनी पाली के स्थानीय मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया पंचराम दो पुत्र तीन पुत्री नाती छनती को रोता बी खालाता छोड़ कर चला गया
पंचराम जोशी (जोल्हे )की जीवनी
जन्मभूमि डभरा ब्लाक के ग्राम धोबानी पाली एक महान व्यक्तित्व का जन्म हुआ जो बचपन से ही हष्ट पुष्ट एवं विद्वान थे बचपन से ही खेती किसानी कर अपने पिताजी का हाथ बाठते थे और आयुर्वेदिक ज्ञान भी बहोत था वही ग्राम सुखदा की कन्या बदलना से विवाह कर गृहस्थी जीवन प्रारंभ हुआ पंचराम की शादी होने के बाद गृहस्ती जीवन में बदलाव आया वह घर गृहस्ती पूरा संभालने लगा और सामाजिक कार्यों में भी जुटे रहे समाज में आवक जावक जनहित मुद्दों को लेकर समाज की परेशानियों को लेकर हमेशा जागरूक रहे तीन पुत्री दो पुत्र पंचराम और श्रीमती बल्दन बाई के जीवन में खुशियों को सौगात आया बच्चों के आने से घर में रौनक आ गई थी सभी अपने अपने कार्य में लगे हुए थे पंचराम अपनी खेती किसानी को देखते थे और श्रीमती बल्दन बाई पूरे घर को संभालते थे फिर लंबे अंतराल के बाद कब बेटियां बड़ी हो गई पता ही नहीं चला फिर बेटियों का शादी कर जीवन की परंपरा को निभाया गया बेटियां कब बड़ी हो जाती है पता नहीं चलता बेटी के पिता बनना ही बहुत बड़ी सौभाग्य की बात है पंचराम हमेशा से ही बच्चों से प्रेम स्नेह रखते थे फिर लंबे अंतराल के बाद दोनों पुत्र का विवाह हुआ फिर से घर में रौनक आ गई घर चाह चाह ने लाने लगा पंचराम घर की रीढ़ की हड्डी बन गए थे पूरी तरह से पूरे घर को एकजुट में बांधे हुए थे जैसे बरगद का वृक्ष सभी रिश्ते नाते को उसे प्रेम में बंधा हुआ था
गांव में सबसे अलग थे पंचराम
एक सकुशल किसान पहलवान शरीर 10 को पिछड़ने की ताकत रखते थे और हमेशा से ही सामाजिक कार्यों में लगे रहते थे जनहित की सेवा करना उनकी दिनचर्या था एक शांत स्वभाव का व्यक्ति सकुशल धनी के यूं चले जाने से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है हर किसी को दुख हो रहा है पंचराम नाम ही काफी था पूरे डभरा ब्लॉक में वही 1 जुलाई को जगन्नाथ स्वामी जी के रथ यात्रा पर पंचतत्व में विलीन हो गए….