राहुल के रेस्क्यू ऑपरेशन में भूमिका निभाने वाली आरएससीएल टीम से मिले एमडी चतुर्वेदी
कड़ी मेहनत कर अपने हौसलों से जिन्दगी बचाने के लिए पूरी टीम को दी शाबाशी
रायपुर । जांजगीर के पिहरीद गांव के बोरवेल में गिरे 10 साल के मासूम राहुल साहू को बचाने संचालित देश के सबसे बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन में अपनी अहम भूमिका निभाने वाले रायपुर स्मार्ट सिटी लिमि. की पूरी टीम को आमंत्रित कर एमडी मयंक चतुर्वेदी ने उनके अनुभव साझा किए। एमडी चतुर्वेदी ने भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जांजगीर जिला प्रशासन के साथ मिलकर 104 घंटे से अधिक चले इस ऑपरेशन में पूरी टीम के अथक परिश्रम और सेवा भावना के लिए सभी को शाबाशी दी।
इस ऑपरेशन का अहम हिस्सा रहे टीम के सबसे छोटे सदस्य 22 वर्षीय अजरूल ने बताया कि राहुल को सुरक्षित बाहर निकालना ही पूरी टीम का जुनून था। ऑपरेशन के अंतर्गत सेना एनडीआरएफ और जांजगीर जिला प्रशासन की अगुवाई में रायपुर स्मार्ट सिटी लिमि. के मोरूफुल, रूस्तम, मुख्तार, बहादुर, कासिम ने चट्टानों को हाथों से तराशकर ऐसा रास्ता बनाया, जिससे राहुल को बाहर निकाल पाना संभव हुआ। इस पूरी टीम को लगातार जरूरी मार्गदर्शन देने व इस ऑपरेशन में जुटी टीम व आला अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करने का काम इनके टीम लीडर भावेश शाह, इमरान नवाब और धवल मेहता ने किया। जांजगीर में रेस्क्यू के लिए सूचना मिलते ही डिप्टी मैनेजर अमित मिश्रा के कमांड पर 11 जून को इस पूरी टीम को रायपुर से तत्काल रवानगी के निर्देश दिए गए। इस टीम के साथ ही एसडीडी, रॉक ब्रेकर जैसी हाईटेक मशीनें रायपुर स्मार्ट सिटी लिमि. की साइट से वापस बुलाकर अविलंब पिहरीद गांव भेजा गया और इसके लिए रायपुर से इस गांव तक ग्रीन कॉरिडोर बनाकर मशीनों को तत्काल पहुंचाने की व्यवस्था भी की गई। एमडी चतुर्वेदी सहित रायपुर स्मार्ट सिटी लिमि. की पूरी टीम ने आज इन बहादुर कर्मचारियों की सराहना करते हुए विकट परिस्थितियों में अभूतपूर्व सेवा देने के लिए सभी को सम्मानित किया।