छत्तीसगढ़

भिलाई-दुर्ग में बंद हो सकते हैं पेट्रोल पंप…

हजारों आश्रित कर्मचारियों पर मंडराया रोजी-रोटी का संकट

भिलाई। पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा पेट्रोल व डीजल की आपूर्ति में राशनिंग किए जाने से भिलाई-दुर्ग के पेट्रोल पंपों में तालाबंदी की नौबत आ सकती है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल सहित वहां के कुछ शहरों में इस तरह के हालात बन गए हैं। छत्तीसगढ़ के कुछ शहरों में स्थित पेट्रोल पंप को स्टाक सीमित रहने से रात के वक्त बंद रखने का निर्णय लिए जाने की खबर मिल रही है। जिस तरीके से लखौली स्थित भारत पेट्रोलियम और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन तथा मंदिर हसौद के हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कंपनी के डिपो में डीलर्स को काफी कम पेट्रोल व डीजल आपूर्ति की जा रही हैए उससे आने वाले दिनों में भिलाई-दुर्ग के पंप को दिन भर में कुछ घंटे के लिए खोलने की नौबत आ जाए तो अचरज वाली बात नहीं होगी।

पेट्रोलियम कंपनियों के द्वारा पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति में राशनिंग किए जाने से डीलर व ट्रांसपोर्टर को नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसके चलते इस व्यवसाय में संलग्न कर्मचारियों तथा टेंकर चालक व परिचालक पर रोजी रोटी का संकट मंडराने लगा है। पर्याप्त स्टाक के अभाव में पंप संचालकों का भी व्यवसाय प्रभावित होने से जीविकोपार्जन के लिए वहां काम करने वालो में भविष्य को लेकर चिंता उभरने लगी है।

भिलाई-दुर्ग सहित आसपास के इलाके में लोगों को पेट्रोल और डीजल की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है। पेट्रोलियम कंपनियों के द्वारा पेट्रोल व डीजल की राशनिंग किए जाने से इस संभावना को बल मिल रहा है।

कंपनियों ने एकाएक आपूर्ति बंद कर दिया है। ऐसे पंप जहां पेट्रोल अथवा डीजल की प्रतिदिन खपत एक टेंकर की है वहां कंपनियों के द्वारा सप्ताह में एक टेंकर भेजा जा रहा है। ऐसा करने से डीलर और ट्रांसपोर्टर को नुकसान उठाना पड़ रहा है। आने वाले दिनों में इसका असर पेट्रोल पंपों में काम करने वाले कर्मचारियों पर भी पडऩे की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है।

बताया जा रहा है कि पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति को लेकर यह दिक्कत तीन महीने पहले हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड में मंदिर हसौद डिपो में शुरू हुई। अब लखौली स्थित भारत पेट्रोलियम और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के डिपो में भी डीलर्स को पहले की तरह पेट्रोल व डीजल की आपूर्ति करने में आनाकानी की जा रही है। हिन्दुस्तान पेट्रोलियम का मंदिर हसौद में पूरे छत्तीसगढ़ का इकलौता डिपो है। यहां से लगभग 750 पेट्रोल पंप को पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति होती है।

डीलर्स का कहना है कि लगभग तीन महीने पहले कंपनियों की ओर से एडवांस पेमेंट की शर्त लगा दी गई। यानी पहले पैसा लेने के बाद ही पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति किया गया। जबकि पूर्व में आपूर्ति हो जाने के बाद डीलर्स को भुगतान करने की छूट थी।

एडवांस पेमेंट के बावजूद डीलर्स को उसकी मांग के अनुरूप डिपो में पेट्रोल व डीजल की नियमित आपूर्ति नहीं हो रही है। इससे डीलर्स को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। ट्रांसपोर्टरों को भी पर्याप्त परिवहन के अभाव में टेंकर का किश्त और चालक-परिचालक के वेतन व भत्ते का भुगतान करना परेशानी का सबब बन गया है।

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