आगामी तैयारी खरीफ के लिए नहरों से 10 जुलाई से 10 अक्टूबर तक मिलेगा पानी
खरीफ फसलों की सिंचाई के लिए इस बार 10 जुलाई से नहर की धार छूटेगी। इसको लेकर कलेक्टर ने जल संसाधन विभाग के अफसरों को निर्देशित किया है कि 10 जुलाई से पूर्व क्षतिग्रस्त नहरों की मरम्मत सुनिश्चित करा लें। अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने के लिए स्वयं मानीटरिंग करें। खरीफ के लिए 10 जुलाई से 10 अक्टूबर तक किसानों को पानी मिलेगा।
जांजगीर-चांपा. कलेक्टर जितेन्द्र कुमार शुक्ला की अध्यक्षता में जिला जल उपयोगिता समिति की कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक हुई। बैठक में किसान हितैषी अनेक निर्णय लिये गये। खरीफ फसल के लिए समिति द्वारा निर्णय लिया गया कि प्रति वर्ष 10 जुलाई से 10 अक्टूबर तक किसानों को खेती के लिए पानी उपलब्ध कराया जाएगा। कलेक्टर ने जिले में खाद, बीज के भंडारण एवं वितरण की समीक्षा करते हुए खादए बीज एवं दवाई की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने खाद की कालाबाजारी, गुणवत्ताविहीन खाद बिक्री पर संबंधित अधिकारियों को छापामार कार्रवाई करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने आगामी खरीफ फसल के सिंचाई के लिए समय पर पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने कहा कि किसान अनावश्यक पानी बर्बाद न करें। वे जल संरक्षण के लिए आवश्यक उपायों को अपनाएं। उन्होंने अंतिम छोर तक के किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने कहा। कलेक्टर ने बांधों में उपलब्ध जल भराव की समीक्षा करते हुए जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता को निर्देशित किया कि निर्माणाधीन कार्यों को शीघ्र ही पूर्ण करें। 10 जुलाई से पूर्व क्षतिग्रस्त नहरों की मरम्मत सुनिश्चित करा लें। अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने के लिए स्वयं मानीटरिंग करें। कलेक्टर ने सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी को निर्देशित किया कि फसल के लिए ऋण मांगने वाले किसानों को समय पर ऋण देना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने कहा कि बैंक में ऋण लेने आने वाले किसानों को वापस न लौटाया जाए। बैंक में पैसा निकालने वाले किसानों के लिए पर्याप्त सुविधायें उपलब्ध करायी जाए। उन्हें अनावश्यक लाइन में इंतजार न करना पड़े, इसके लिए टोकन का वितरण किया जाए। कलेक्टर ने किसानों के हर लेन-देन पर पावत्री, सीद देने और बैंक नियम के अनुसार आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष यनीता चंद्रा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष राघवेन्द्र प्रताप सिंह, जिला पंचायत सदस्य राजकुमार साहू, सीईओ गजेन्द्र सिंह ठाकुर, अपर कलेक्टर राहुल देव समेत अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
किसानों को पैरा जलाने से रोके…
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि किसान खेतों में पैरा न जलाएं और घर से दूर पैरा का भंडारण सुनिश्चित करें। इसके लिए कृषि अधिकारी किसानों को जागरूक करें। कलेक्टर ने पैरा जलाने से प्रदूषण फैलने और फसल उत्पादन में सहायक बैक्टीरिया के नष्ट होने की बात कहते हुए इस पर रोक लगाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने पैरा को खेतो में जलाने की बजाय बचे हुए पैरा को डी-कम्पोजर विधि से खाद में परिवर्तित कर फसल में इसका उपयोग करने का आग्रह किया है।
अमानक बीज की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए
कलेक्टर ने उप संचालक कृषि एम आर तिग्गा को निर्देशित किया कि फसलों के उत्पादन बढ़ाने सहित कृषि संबंधी जानकारी के लिए मैदानी स्तर पर अधिकारियों की ड्यूटी लगायें और स्वयं भी निरीक्षण करें। कलेक्टर के अध्यक्षता में समिति द्वारा निर्णय लिया गया कि 10 जूलाई से 10 अक्टूबर तक खरीफ फसल के लिए और 10 जनवरी से 10 मई तक रबी फसल के लिए केनाल से पानी छोड़ा जाएगा। कलेक्टर ने अमानक बीज की शिकायत को दूर करने इसकी गुणवत्ता सुनिश्चित करने का दायित्व बीज निगम प्रबंधक को सौंपा है।