रायगढ़। खरीफ के बाद रबी सीजन में भी गिरदावरी के आंकड़ों पर कृषि विभाग और राजस्व विभाग आमने-सामने आ गए हैं। दोनों के आंकड़ों में अंतर है। धान से ज्यादा रकबा गेहूं का बताने पर संदेह है। वहीं दलहन और तिलहन के आंकड़े में भी बहुत अंतर दिख रहा है। हर साल गिरदावरी को लेकर खींचतान मचती है। किसान ने खेतों में कौन सी फसल लगाई है, इसकी एंट्री को ही गिरदावरी कहते हैं। कृषि विभाग और राजस्व विभाग अपने हिसाब से रिपोर्ट तैयार करते हैं। रबी सीजन में भी गिरदावरी तैयार की गई है।
इस बार भी फसलों के क्षेत्राच्छादन को लेकर दोनों विभागों में टकराव हो रहा है। कृषि विभाग के मुताबिक धान का रकबा 3400 हे. है जबकि राजस्व विभाग इसे 8200 हे. बता रहा है। यही हाल गेहूं का भी है। कृषि विभाग के अनुसार 17800 हे. में गेहूं लगाया गया है लेकिन राजस्व विभाग के मुताबिक 1587 हे. है। ऐसा ही हाल हर फसल में है। दलहन और तिलहन का आंकड़ा भी कुछ इसी प्रकार विरोधाभासी है। सरकार धान के बदले दूसरी फसलों को प्रोत्साहित कर रही है लेकिन किसान अभी भी धान पर अटके हुए हैं।