खरीफ की तैयारी के लिए एडवांस में खाद उठाव का है आदेश, अब तक एक भी किसान को नहीं हुआ वितरण…
खरीफ सीजन 22-23 के लिए सरकार ने मांग के हिसाब से खाद का आवंटन प्रारंभ कर दिया है। हर जिले में सप्लाई शुरू हो चुकी है। रायगढ़ जिले में यूरिया 36,500 टन लक्ष्य की तुलना में 5647 टन उपलब्ध हो चुका है। सुपर फास्फेट भी 11,600 टन की तुलना में 2380 टन आ चुका है। डीएपी भी 17,200 टन का टारगेट है, जिसके एवज में 887 टन मा चुका है। एनपीके भी 8100 टन की जरूरत है और अब तक 317 टन मिल चुका है। पोटाश भी 2800 टन के लक्ष्य की तुलना में 429 टन उपलब्ध है। इस तरह कुल 76200 टन का लक्ष्य है और अब तक 9660 टन मिल चुका है। इसमें से सहकारी समितियों और निजी व्यापारियों को मिलाकर 3825 टन का भंडारण भी हो चुका है। जब वितरण का आंकड़ा देखते हैं तो जीरो है। अब तक एक भी किसान को वितरण नहीं हो सका है। यही वजह है कि सीजन शुरू होने के बाद वितरण में दबाव बढ़ जाता है।
समय पर लोन प्रकरण का खात्मा नहीं
इसका कारण समितियों में खाद-बीज के लोन प्रकरणों का निपटारा नहीं होना है। धान खरीदी समाप्त होने के बावजूद कई समितियों में करोड़ों का लोन बकाया है। किसानों के एकाउंट में भी लोन बाकी है। अपेक्स बैंक और सहकारिता विभाग इन मामलों को जल्द निराकृत नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए नए सिरे खाद वितरण शुरू नहीं हो पा रहा है।