विजय के समर्थकों की भीड़ से शहर की सड़कें जाम हो गई। हजारों की संख्या में विजय जिंदाबाद के नारे लगे। इस समर्थन को देख शहरवासी इस बार राजनीति में बड़े बदलाव की बात कह रहे हैं।
शुक्रवार को पूर्व विधायक विजय अग्रवाल रायपुर से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय और अपने समर्थकों के साथ रायगढ़ पहुंचे। रायगढ़ में कोडतराई से विजय अग्रवाल की रैली शुरू हुई। कोड़ातराई से लेकर शहर के हर चौक चौराहे में विजय का जोरदार स्वागत हुआ। युवाओं की भीड़ हजारों की संख्या में अपने नेता को समर्थन देने आई हुई थी। रैली से पहले ही लगभग 5 हजार संख्या में भीड़ जुटाने का दावा किया गया था। उम्मीद के अनुसार भीड़ दिखी भी।
लोग के अनुमान के मुताबिक संख्या 5 हजार से भी अधिक बताई जा रही है। रैली में शामिल होने आए कई कार्यकर्ता और विजय के समर्थकों से बात की।
कार्यकर्ता विजय के बीजेपी में वापस आने से खुश हैं। विजय अग्रवाल ने भी बातचीत में कहा की उन्हें रायगढ़ की जनता पर पूरा विश्वास है। आने वाले चुनाव में चुनौती के रूप में किसे देखते हैं के सवाल पर भूपेश सरकार को विफल बताते हुए बीजेपी की जीत निश्चित बता दी। कार्यकर्ता और विजय ने और क्या -क्या कहा चुनाव के समीकरणों को लेकर।
बीते दिनों पूर्व विधायक विजय अग्रवाल की भारतीय जनता पार्टी में वापसी हुई। कार्यक्रम रायपुर में आला नेताओं की मौजूदगी में हुआ तो रायगढ़ में इसकी धमक तो देनी ही थी। शुक्रवार दोपहर विजय अग्रवाल जुलूस लेकर शहर की सड़कों पर निकले। कार्यकर्ताओं के साथ लोगों का हुजूम इनके साथ रहा। भाजपा से अलग होने के बाद वापस आने के सवाल पर उन्होंने चार साल पहले कहा था कि मैं समंदर हूँ लौटकर जरूर आऊंगा। तब शायद लोगों ने इसका मतलब यह निकाला कि अब वे ऐसे ही निर्दलीय चुनाव आगे भी लड़ेंगे व पीछे से भाजपा का समर्थन करेंगे, लेकिन जिस गरज से विजय वापसी के बाद शहर में आये उनके नाम के बैनर, पोस्टर छपे तो लोग समझ गए समंदर वापस आ गया।
विजय अग्रवाल की वापसी को लेकर कई तरह के कयास लगाये जा रहे हैं। ज्यादातर इसकी चर्चा है कि चुनाव नहीं लड़ने की शर्त पर उनकी घर वापसी हुई है पर विजय के मंसूबे तो कुछ और नजर आते हैं। मीडिया द्वारा चुनाव लडऩे के सवाल पर वह सबकुछ संगठन पर छोड़ देने की बात करते हैं। जो भी हो विजय की वापसी ने भाजपा के कई नेताओं का सपना तोड़ तो जरूर दिया है। वरना कुछ दिन पहले स्थिति ऐसी थी कि भाजपा के कई ऐसे नेता विधानसभा उम्मीदवारी को लेकर अपनी फील्डिंग जमाने में लग गये थे जो न तो कभी पार्षद चुनाव लड़े और कुछ ऐसे जिन्हें पार्षदी के अलावे लोग शायद ही जानते हो।
जिला भाजपा में विजय की घर वापसी से पूर्व ही खींचतान दिखाई पड़ रही थी। शक्ति प्रदर्शन रैली में यह दिखाई भी दिया। जिला भाजपा से कई बड़े चेहरे पार्टी से नदारद दिखे। हालांकि उनकी कमी को विजय के समर्थकों ने ही पूरा कर दिया। भीड़ को देखकर नेताओं से लेकर हर कार्यकर्ताओं के चेहरे पर अलग खुशी दिखाई दे रही थी। लेकिन जो चेहरे इस रैली से गायब थे उनकी चर्चा अब जोरों पर हैं।
रैली में शामिल बीजेपी के कार्यकर्ता से हमने बात की। अधिकतर ने यही जवाब दिया की उन्हें पार्टी से कोई मतलब नहीं है वे अपने चहेते नेता के साथ खड़े हैं। चाहे वे किसी भी पार्टी में रहें। हालांकि विजय अग्रवाल ने इसे समर्थकों का प्यार कहा। लेकिन पार्टी के प्रति सभी को वफादार बताया। हालांकि रैली में आए कई लोगों ने कहा कि वे भाजपा के प्रति प्रतिबद्ध हैं।
चौक चौराहे में लड्डू से तौला गया विजय को
विजय का शहर में भव्य तरीके से स्वागत किया गया। हर हिस्से में लोग फूल मालाओं से लेकर पुष्प वर्षा से विजय का स्वागत कर रहे थे। लायंस क्लब ने विजय अग्रवाल की घर वापसी पर उन्हें बधाई देते हुए लड्डुओं से तौला। इसी तरह कई जगहों पर विजय अग्रवाल का स्वागत अलग -अलग तरीकों से किया गया।