
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में आयुष्मान स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जा रहा है जिसकी 16 अप्रैल से ही गतिविधियां शुरू हो जाएंगी। इसमें टेलीमेडिसीन को बढ़ावा देने के लिए लोगों को प्रेरित किया जायेगा व 17 अप्रैल को योग के सेशन आयोजित किए जाएंगे। इसके अगले दिन से जिले के सभी नौ ब्लॉकों में चिन्हित जगहों पर ब्लॉक स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जाएगा। 18 अप्रैल को सीएचसी बरमकेला और सीएचसी पुसौर, 19 अप्रैल को सीएचसी लोईंग और सीएचसी धरमजयगढ़, 20 अप्रैल को सीएचसी घरघोड़ा, सीएचसी घरघोड़ा और सीएचसी तमनार, 22 अप्रैल को सीएचसी खरसिया और सीएचसी लैलूंगा में स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जाएगा।

सीएमएचओ डॉ. एसएन केसरी ने वीडियो कॉन्फेंसिंग से जरिये बुधवार को ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर, ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर, ब्लॉक डेटा मैनेजर और ट्रेनिंग ऑफिसर्स की बैठक ली है। जिसमें स्वास्थ्य मेले के आयोजन को बेहतर बनाने और उसके क्रियान्वयन के लिए जरूरी निर्देश दिए।
आयोजन में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक (एफएसएसएआई), युवा एवं खेल विभाग, आयुष विभाग, शिक्षा विभाग, सूचना एवं प्रसारण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायत विभाग, सांस्कृति विभाग भी साथ होंगे जिसमें सभी के कार्य बांटे गए हैं। स्वास्थ्य मेले का आयोजन और इसमें होने वाली गतिविधियों का निर्धारण राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन करेगा जिसमें इनका सहयोग आयुष विभाग भी करेगा। एफएसएसआई की भूमिका खाद्य पदार्थों की जांच के लिए चलित वाहन लगाना, स्टॉल लगाकर लोगों को स्वास्थ्यवर्धक खाने के बारे में जानकारी देना और खाने की आदतों में बदलाव जैसी बातों को बताने में प्रमुख रहेगी। लोगों को मेले म के बारे में बताना और वहां तक लाना और यूथ क्लब के माध्यम से लोगों में स्वास्थ्य मेले के बारे में जागरूकता फैलाने का काम युवा एवं खेल विभाग का रहेगा। स्कूलों में स्वास्थ्य मेला के बारे में जानकारी देना और प्रचार करना, स्कूलों में आयुष्मान हेल्थ एंड वेलनेस एंबेसडर बनाना शिक्षा विभाग के हिस्से में है। सूचना एवं प्रसारण विभाग के जिम्मे मेले की न्यूज रिपोर्ट तैयार करना, संचालित विभिन्न स्वास्थ्य गतिविधियों के पंपलेट बांटना, सोशल मीडिया के माध्यम से मेले का प्रचार करना और कार्यक्रम की गतिविधियों का मीडिया में करवेज करना है। वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग के हिस्से में उसके आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा मेले में लोगों को लाने और उसके बारे में जानकारी देना है। पोषण अभियान के बारे में लोगों को जागरूक जैसी गतिविधियां भी विभाग की सूची में शामिल हैं। जिला पंचायत मेले की प्लानिंग और उसे पूर्ण करने में योगदान दे रहा है। सांस्कृतिक विभाग के जिम्मे में मेले के मंच का संचालन, सभी स्टॉल का सेटअप करना है। इसके अलावा विभाग मेले के दौरान आजादी का अमृत महोत्सव थीम पर विभिन्न प्रतियोगिताएं और सेमिनार भी करवाएगा।

स्वास्थ्य मेले में इन बीमारियों की होगी जांच
जिले में 18 अप्रैल से 22 अप्रैल तक सभी ब्लॉक में एक दिवसीय ब्लॉक आयुष्मान स्वास्थ्य मेला आयोजित किया जाएगा। स्वास्थ्य मेला में सामान्य चिकित्सा, मातृ स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य, टीकाकरण, परिवार नियोजन परामर्श, मोतियाबिंद की जांच, आंख, कान एवं गले से संबंधित बीमारियों की जांच, दंत चिकित्सा जांच, त्वचा की जांच, पोषण के लिए परामर्श, एड्स नियंत्रण के लिए परामर्श, कुष्ठ नियंत्रण, टी.बी. नियंत्रण, मलेरिया, आंखों की जांच, धूम्रपान और तंबाकू के सेवन के बुरे प्रभाव की जांच, कैंसर नियंत्रण जागरूकता समेत अन्य संबंधित बीमारियों के इलाज संबंधी सेवाएं प्रदान की जाएंगी।

जनमानस तक पहुंच रही है स्वास्थ्य सेवाएं: सीएमएचओ डॉ. केसरी
सीएमएचओ डा. एस एन केसरी ने बताया, “आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत आने वाले मातृ शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम, संचारी और गैर- संचारी रोगों की रोकथाम सहित अन्य स्वास्थ्य जागरूकताओं एवं स्वास्थ्य सुविधाओं को जनमानस तक पहुंचाने और उन्हें उससे लाभान्वित करने के उद्देश्य से आयुष्मान स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जा रहा है। जिला स्तर पर पूरी तैयारियां कर ली गई है। मेले का आयोजन 18 से 22 अप्रैल तक निर्धारित सीएचसी में सुबह 10 बजे से लेकर शाम के चार बजे तक चलेगा। यहां पर मरीजों के स्वास्थ्य-संबंधी परीक्षण किए जाएंगे। किसी को बीमारी होने पर उपचार दिया जाएगा। स्वास्थ्य मेले में चिन्हित लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड भी बनाए जाएंगे।
सभी लोगों से अपील है कि जो भी लोग मेले में आएं, वह कोरोना की गाइडलाइन का पालन जरूर करें।




