
इस संबंध में सहायक उपनिरीक्षक बीएस पैकरा ने बताया कि ग्राम कुर्रा निवासी बुधराम कुजूर (72 वर्ष) विगत मंगलवार सुबह लगभग 8 बजे घर से यह कहते हुए निकला कि वह महुआ चुनने दौंदाझोरखा जंगल की तरफ जा रहा है। दिन ढलने के बाद भी वृद्ध की घरवापसी नहीं होने पर फिक्रमंद परिजन रात तक उसके आने की बाट जोहते रहे, लेकिन वह नहीं पहुंचा। ऐसे में कुजूर परिवार बुधवार को ग्रामीणों को लेकर बुधराम की तलाश में जंगल की तरफ गए तो एक खेत की मेड़ के नीचे उसकी लाश मिली। आशंका है कि पांव फिसलने से गिरकर उसकी मौत हुई होगी।
इसी तरह दूसरी घटना में गहनाझरिया जंगल से लगे टिकरा स्थित परसा पेड़ में गमछे के फंदे पर एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में लटकती लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। शव को देखने भीड़ लगी तो उसकी शिनाख्त ग्राम छापरकानी में रहने वाले संतराम नागवंशी पिता स्व. लोकनाथ के रूप में हुई। बताया जाता है कि शादीशुदा संतराम शराब पीने का आदी था। पिछले कुछ समय से उसकी दिमागी हालत भी सही नहीं थी। मंगलवार सुबह युवक घर से ऐसे निकला कि दूसरे रोज पेड़ में उसकी झूलती लाश ही बरामद हुई।
पोस्टमार्टम के बाद दोनों शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंपने वाली लैलूंगा पुलिस मर्ग कायम करते हुए विवेचना कर रही है।




