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करोडों के ‘टैबलेट’ गायब, रायगढ़ में 3200 टैबलेट में एक भी उपयोगी नहीं… विधानसभा में भी उठा मुद्दा

  • सभी स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति के लिए किया था अनिवार्य
  • सरकार ने डाटामिनी कंपनी का टैबलेट भेजा था

रायगढ़, 16 मार्च। जिस टैबलेट के भरोसे स्कूलों में शिक्षकों की हाजिरी पर नजर रखी जानी थी, अब वही स्कूलों से गैरहाजिर हो चुका है। विधानसभा में प्रश्न उठने के बाद इस पर नई बहस शुरू हो गई है। सरकार ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं। रायगढ़ जिले की बात करें तो यहां करीब पांच करोड़ के 3200 टैबलेट सप्लाई किए गए थे। अब ये स्कूलों में कबाड़ की तरह पड़े हैं।

विधानसभा सत्र के दौरान स्कूलों में बायोमीट्रिक डिवाइस टैबलेट खरीदी का मुद्दा उठा है। विधायक लखेश्वर बघेल ने बस्तर विधानसभा क्षेत्र के स्कूलों में हाजिरी लगाने घटिया बायोमीट्रिक टैबलेट की सप्लाई का मुद्दा उठाया। स्कूली शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने जवाब में बताया कि बस्तर विधानसभा में खरीदे गए 636 टैबलेट में से सिर्फ 7 ही उपयोगी हैं। बाकी सब खराब हो चुके हैं। वर्ष 2017-18 से स्कूलों के लिए टैबलेट खरीदी शुरू की गई। रायगढ़ जिले में भी यही हाल है। यहां करीब 3200 टैबलेट खरीदकर भेजे गए थे। इसमें से कोई भी चालू हालत में नहीं है।

लंबे समय से उपयोग नहीं होने के कारण ये कबाड़ में बदल चुके हैं। दिलचस्प बात यह है कि इन टैबलेट की खरीदी चिप्स के जरिए राज्य सरकार ने स्वयं की थी। रायगढ़ जिले में डाटामिनी टेक्नोलॉजीस लिमिटेड नवी मुंबई द्वारा निर्मित टैबलेट सप्लाई किए गए थे। इसका प्रिंट रेट 16,600 रुपए प्रति टैब था। इस हिसाब से 3200 नग की कीमत तकरीबन 5.31 करोड़ होती है। बस्तर विधानसभा के स्कूलों में सप्लाई टैब के रेट 11,682 रुपए को सही मानें तो भी रायगढ़ जिले में 3.73 करोड़ के टैब भेजे गए थे।

भंडार क्रय नियम का पालन नहीं
स्कूली शिक्षा मंत्री ने विधानसभा में कहा कि एक भी टैबलेट उपयोग लायक नहीं है। विधानसभा की समिति इसकी जांच करेगी। रायगढ़ जिले में भी एक भी टैब ऐसा नहीं है जो उपयोग किया जा रहा हो। सभी स्कूलों के अलमारी में बंद हैं या खराब हो चुके हैं। रायगढ़ जिले में डाटामिनी कंपनी के टैब भेजे गए थे। इसमें सर्विस के लिए चिप्स की ई-मेल आईडी दी गई है। जनउन्नति पैड के नाम से इस टैबलेट का मॉडल नंबर टीपीओएस 7 है। इसकी खरीदी में भंडार क्रय नियम का पालन नहीं हुआ है। यह भी संदेह है कि ज्यादा कीमत में इसकी खरीदी हुई है, जबकि इसकी गुणवत्ता खराब निकली। तीन साल का मेंटेनेंस फ्री था लेकिन यह एक साल भी नहीं चले।

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