
रायगढ़। अब ग्रामीण क्षेत्र में कोई भी राशन कार्ड से वंचित नहीं होगा। दरअसल शहरी अभियान के तर्ज पर आने वाले दिनों में ग्रामीण क्षेत्रों में भी राशन कार्ड को लेकर मुहिम छेड़ा जा रहा है। अभियान के तहत हरेक पंचायत में डोर टू डोर लोगों से संपर्क कर उनका राशन कार्ड बनाया जाएगा। मुहिम को सार्थक बनाने के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष और सीईओ के बीच इस सबंध में खास बैठक हुई है। इसी मद्देनजर सभी विकासखंडों में अनिवार्य रूप से राशन कार्ड बनाने निर्देश जारी कर दिया गया है।
मौजूदा समय में राशन कार्ड की अनिवार्यता के बाद भी अधिकांश लोगों को कार्ड का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इससे जहां वे सरकारी योजनाओं से वंचित हो रहे हैं तो वही सस्ते दरों में मिलने वाले खाद्यान्न सामग्री का भी फायदा नहीं उठा पा रहे हैं। शहर में इस तरह की समस्याएं सामने आने के बाद प्रशासनिक हस्तक्षेप से न केवल पार्षदों की बैठक ली गई थी, बल्कि हर किसी को राशन कार्ड से जोडऩे की बात कहते हुए पुन: वार्ड टू वार्ड आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यही वजह है कि इस तरह की ग्रामीण अंचलों में भी व्याप्त समस्या को जिला पंचायत अध्यक्ष निराकार पटेल ने काफी गंभीरता से लिया है और सीईओ के साथ बैठक कर ग्रामीण इलाकों में भी छूट हुए लोगों का राशन कार्ड बनवाने के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद अब देखते हुए अभियान की शुरुआत ग्रामीण क्षेत्रों की ओर किया जा रहा है। विदित हो कि रोजी मजदूरी कर अपना जीविकोपार्जन करने वाले ग्रामीण कार्ड के अभाव में मजबूरन महंगे दरों में खाद सामग्री की खरीदारी कर रहे हैं। कार्ड जारी हो जाने से इन्हें राशन को लेकर समस्याएं सामने नहीं आएगी।
ओबीसी सर्वेक्षण भी है एक कारण
यहां यह बताना जरूरी है कि ओबीसी आरक्षण के लिए प्रदेश में पिछड़ा वर्ग परिवार का आर्थिक सर्वेक्षण का काम भी किया जा रहा है। हालांकि पिछले माह यह काम पूरा किया जा चुका है मगर अब यह बात सामने आ रही है कि इस सर्वेक्षण में सभी को शामिल नहीं किया गया है। केवल सर्वे के नाम पर कागजी खानापूर्ति की गई है। यही कारण है कि प्रदेश सरकार से निर्देश मिलने के बाद अब पुन: ओबीसी वर्ग के छूटे परिवार का राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई है।




