मेडिकल स्टोर में सेनेटाइजर नहीं

शहरी व ग्रामीण अंचल के अधिकांश मेडिकल स्टोर में मास्क और सेनेटाइजर नहीं है। लोग मास्क व सेनेटाइजर के लिए मेडिल स्टोर में भटक रहे हैं। अस्पताल में भी मास्क और सेनेटाइजर उपलब्ध नहीं है। कपड़ा का मास्क बनाकर धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। विभिन्न स्थानों में नकली मास्क बनाने का धंधा चल रहा है। 30 से 50 रुपए तक मास्क बेचा जा रहा है। यह मास्क मेडिकेटेड नहीं है। सैकड़ों लोग कोरोना वायरस से बचाव के लिए नकली मास्क खरीदने को मजबूर हैं। अन्य आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता कराया जा रहा वैसे ही शासन-प्रशासन मेडिकल स्टोर में मास्क और सेनेटाइजर उपलब्ता कराया जाने की ओर सोचे जिससे जिले के हजारों लाखो लोगो में फैलने से समय रहते रोका जा सके लोगो में पनपने लगा है आक्रोश कुछ संचालक अपने फायदे के दवाई की विक्रय के लिए कर्फ़्यू में खुला रख रहे मेडिकल स्टोर को लोगों स्वास्थ्य और महामारी के बचाव के लिए मास्क और सेनेटाइजर उपलब्ध कराने में विफल रहने वालों दवाई दुकान के संचालकों पर जिम्मेदार अधिकारी शक्ति नहीं बरतेगे तब तक लोगों को नही उपलब्ध होगा मास्क और सेनेटाइजर।

पुलिस प्रशासन और पत्रकार को मेडिकल स्टोर संचालकों द्वारा अपने नैतिक दायित्व …. एक आहुति इस नवरात्रि में मास्क और सेनेटाइजर उपलब्ध कराना चाहिए …
फेस मास्क और हैंड सेनेटाइजर नहीं, इस तरीके से भी कोरोना से हो सकता है प्रभावी बचाव
कोरोना से बचाव के तरीके

दुनिया भर में फैला कोरोना वायरस अब तक सैकड़ो से भी अधिक देशों में फ़ैल चुका है. छत्तीसगढ़ में भी कोरोना वायरस के कई मामले सामने आ चुके हैं. कोरोना एक जानलेवा वायरस है. इसके फैलने के बाद लोगों में मास्क और हैंड सैनेटाइजर का प्रयोग करने की होड़ मच गयी है.
कोरोना से बचाएगा मास्क

दिल्ली-एनसीआर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ने के बीच सर्जिकल और एंटी पॉल्यूशन मास्क की कालाबाजारी चरम पर पहुंच गयी है. कोरोना वायरस से चीन में हजारों और इटली, ईरान जैसे देशों में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है. लोग फेस मास्क को कोरोना से बचने का प्रभावी उपाय समझ रहे हैं.
सेनेटाईजर से मिलेगी मदद

कोरोना वायरस का सामना सिर्फ वही सेनेटाइजर कर सकेगा जिसमें अल्कोहल की मात्रा अधिक होगी. डॉक्टर मानते हैं कि सेनेटाइजर कोरोना वायरस से लड़ने में साबुन जितना प्रभावशाली नहीं है. एक शोध के मुताबिक जेल, लिक्विड या क्रीम के रूप में मौजूद सेनेटाइजर कोरोना वायरस से लड़ने में साबुन जितना बेहतर नहीं है.
हैंडवाश है सबसे प्रभावी

आपने कई बार महसूस किया होगा कि साबुन से हाथ धोने के बाद स्किन थोड़ी ड्राई हो जाती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि साबुन काफी गहराई से कीटाणुओं का खात्मा करता है. कोरोना वायरस के कीटाणुओं का भी खात्मा इससे प्रभावी तरीके से हो सकता है.
हाथ धोने से बचेंगे

साबुन में फैटी एसिड और सॉल्ट जैसे तत्व होते हैं जिन्हें एम्फिफाइल्स कहा जाता है. साबुन में छिपे ये तत्व वायरस की बाहरी परत को निष्क्रिय कर देते हैं. करीब 20 सेकेंड तक हाथ धोने से वह चिपचिपा पदार्थ नष्ट हो जाता है जो वायरस को एकसाथ जोड़कर रखने का काम करता है. सामान्य तौर इस्तेमाल होने वाला साबुन इसके लिए ज्यादा बेहतर विकल्प है.
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