रायपुर । छत्तीसगढ़ में मुख़्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को रेत के अवैध उत्खनन पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इस निर्देश के बाद राज्य के कई जगहों से ताबड़तोड़ कार्रवाई की ख़बरें सामने आ रही है। इससे अब ये अन्दाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह प्रशासन के नाक के नीचे अवैध तस्करी का खेल चल रखा था और यदि चल रहा था तो इसका जिम्मेदार कौन? क्या जिम्मेदारों पर प्रशासन या सरकार कोई कार्रवाई करेगा।
उल्लेखनीय है कि, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अवैध रेत उत्खनन रोकने के लिए शिकायत मिलने पर जिम्मेदार कलेक्टर और एसपी को ठहरा दिया। फॉर होना क्या था, कलेक्टर और एसपी के जिम्मेदार बनते ही राज्य में अवैध उत्खनन पर कार्रवाई होनी शुरू हो गई।
इस निर्देश के तुरंत बाद कोरबा एसपी भोजराम पटेल ने टीम बनाकर अवैध खनन पर कार्रवाई करवाई। पुलिस ने जिले के अलग-अलग थाना चौकियों में अवैध रेत परिवहन कर रहे कुल 08 ट्रैक्टरों को पकड़कर जब्ती की, जिसे विधिवत कार्रवाई के लिए खनिज विभाग को सुपुर्द किया जा रहा है।
विदित है कि मुख्यमंत्री ने अवैध रेत उत्खनन के विरुद्ध सख्त कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिए हैं। पकड़े गए आरोपियों में कृष्ण कुमार पटेल पिता तुलसी कुमार पटेल उम्र 19 वर्ष साकिन ग्राम रोकदा, थाना उरगा कोरबा, राधे लाल पिता स्व सालिक राम अगरिया उम्र 28 पंडरीपानी कोरबा, परमात्मा पटेल पिता कन्हैयालाल पटेल उम्र 22 वर्ष निवासी जोगीपाली थाना उरगा, रवि पिता रमेश पटेल उम्र 30 वर्ष निवासी कपाटगुड़ा इमलीछापर, अविनाश केवट पिता बलराम केवट उम्र 35 वर्ष निवासी कपाटगुड़ा इमलीछापर हैं।
आपको बता दें कि एक दिन पहले ही कोरबा में रेत तस्कर कादिर खान के द्वारा आत्महत्या करने का ड्रामा कर रेत तस्करी पर कार्रवाई के खिलाफ दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा था। उक्त तस्कर के विरुद्ध सख्त कार्यवाही कर जेल दाखिल करवाया गया है।