
कोरबा कलेक्टर ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत वितरण किए जा रहे चावल की गुणवत्ता के परीक्षण के लिए अहम कदम उठाया है। कलेक्टर ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत दिए जाने वाले चावल के गुणवत्ता को लेकर समाचार पत्रों में छपी शिकायतों पर त्वरित संज्ञान लिया है। कलेक्टर ने छत्तीसगढ़ स्टेट वेयर हाउस कॉर्पोरेशन लिमिटेड के कोरबा, कटघोरा एवं पाली के गोदामों में उपलब्ध चावल के गुणवत्ता परीक्षण के लिए पांच सदस्यीय समिति गठित की है। समिति में संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय राजस्व अधिकारी, सहायक खाद्य अधिकारी, छत्तीसगढ़ स्टेट वेयर हाउस कॉर्पोरेशन लिमिटेड के शाखा प्रबंधक, नागरिक आपूर्ति निगम के गोदाम प्रभारी एवं नागरिक आपूर्ति निगम के तकनीकी सहायक हैं। समिति के सदस्यों ने तकनीकी सहायक की मौजूदगी में गोदाम में उपलब्ध चावल का गुणवत्ता परीक्षण किया जाएगा। सम्पूर्ण जांच प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। परीक्षण उपरांत अमानक पाए गए स्टैक एवं चावल बोरों की वास्तविक गणना कर नियमानुसार राईस मिलो का नाम दर्ज किया जाएगा। समिति ने अमानक चावल का विस्तृत विवरण तैयार कर जांच रिपोर्ट सहायक खाद्य अधिकारी के माध्यम से खाद्य शाखा को रिपोर्ट प्रस्तुत किया जाएगा।
शासकीय उचित मूल्य दुकानों में वितरण के पहले चावल का होगा गुणवत्ता परीक्षण, समिति गठित- कलेक्टर रानू साहू ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत वितरित किए जा रहे चावल की गुणवत्ता से संबंधित शिकायती खबरों पर संज्ञान लिया है। कलेक्टर ने शासकीय राशन दुकानों में चावल की गुणवत्ता परीक्षण के लिए पांच सदस्यीय समिति गठित कर दी है। समिति के सदस्यों ने चावल की गुणवत्ता को लेकर शिकायत आने पर जांच किया जाएगा। समिति में नायब तहसीलदार, खाद्य निरीक्षक, ग्राम पंचायत सरपंच, निगरानी समिति के सदस्य (दो अंत्योदय राशनकार्ड धारी एवं दो प्राथमिकता राशनकार्डधारी) एवं उचित मूल्य दुकान संचालक शामिल हैं। जांच समिति नागरिक आपूर्ति निगम के उचित मूल्य दुकानों में भेजे गए चावल की गुणवत्ता की जांच करेंगे। जांच में प्रथम दृष्टया अमानक पाए गए चावल के बोरों को अलग करते हुए संबंधित मिलर का उल्लेख जांच रिपोर्ट में किया जाएगा। जांच रिपोर्ट तैयार कर खाद्य निरीक्षक के माध्यम से खाद्य शाखा को प्रस्तुत किया जाएगा।


