दूसरी लहर में 950 बेड कम पड़े थे, अभी खतरा नहीं फिर भी जिले में पूरे हैं इंतजाम

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रायगढ़-कोरोना का नए वेरिएंट ओमिक्रॉन लोगों को डरा रहा है। सरकार के निर्देश पर विदेशों से लौट रहे लोगों पर नजर रखी जा रही है। दूसरी लहर में जिला मुख्यालय में 950 बेड थे, संक्रमण कम हुआ तो अस्थायी अस्पताल और सेंटर हटाए गए। मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल में 100 बेड का कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल है। मेडिकल कॉलेज में अस्पताल की शिफ्टिंग के लिए 230 और केआईटी से 620 बेड हटा लिए गए हैं। कलेक्टर भीम सिंह कहते हैं, अगर जरूरत पड़ी तो व्यवस्था करेंगे। ब्लाक स्तर के अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई वाले बेड्स लगवाए गए हैं।ऑक्सीजन प्लांट लगे हैं, फिलहाल चिंता की बात नहीं है। सोमवार से शहर से लगे लोईंग में 30 बेड का हॉस्पिटल तैयार शुरू कर दिया जाएगा। शुरुआत में मरीजों को यहां रखा जाएगा, घरघोड़ा को छोड़ कर सभी जगह ऑक्सीजन प्लांट भी शुरू होगा। स्कूल भी खुल गए हैं। अभी सीबीएसई स्कूलों में एग्जाम चल रहा था इसके अलावा स्टूडेंट्स ऑनलाइन में भी परीक्षाएं चल रही थी। जिंदल स्कूल के प्राचार्य आरके त्रिवेदी बताते हैं हालांकि बच्चों और अभिभावकों में ऐसा कोई डर नहीं दिख रहा है, एग्जाम के बाद अगले हफ्ते स्कूल खुलेंगे तब स्थिति स्पष्ट होगी।राहत… कोरोना संक्रमित आए, लेकिन गंभीर लक्षण नहींकोरोना संक्रमण मिलने के बाद दो-तीन दिन तक लक्षण दिखते हैं इसके बाद कोई असर नहीं दिख रहा है। अभी बड़ी परेशानी यह है कि लोग अपनी ट्रैवल हिस्ट्री की जानकारी नहीं दे रहे हैं। इसकी वजह से परेशानी आ रही है, गुरुवार को बोईरदादर और इसके पहले अतरमुड़ा से भी शिक्षक के परिवार में तीन सदस्य संक्रमित हुए थे। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि सर्दी, बुखार होने पर जांच कराई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई, लेकिन दो से तीन दिन के बाद स्वास्थ्य सामान्य हो गया है। अभी तक जो भी पॉजिटिव आए है उनमें कोई समस्या नहीं है।दूसरी लहर में परेशानी से सबक लेे किए ये इंतजाममेडिकल कॉलेज की नई हॉस्पिटल बिल्डिंग में निर्माण कार्य चलने की वजह से वहां पर संक्रमितों को नहीं रखा जाएगा, लोईंग पीएचसी में 30 बेड का हॉस्पिटल तैयार किया जा रहा है। यहां वेंटिलेटर भी उपलब्ध होंगे। एमसीएच में बच्चों के लिए 12 बेड पीआईसीयू, 10 बेड आईसीयू और 30 ऑक्सीजन युक्त बेड हैं। महिलाओं के लिए 50 ऑक्सीजन युक्त बेड्स हैं। 4 आईसीयू और 4 एसडीयू की सुविधा है। एमसीएच, जिला चिकित्सालय, चपले, सारंगढ़, लैलूंगा सीएचसी, खरसिया सिविल हॉस्पिटल, लोईंग सीएचसी में कोरोना मरीजों के आइसोलेशन और इलाज के प्रबंध हैं। घरघोड़ा सीएचसी में काम चल रहा है। केजीएच हॉस्पिटल और चपले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में ऑनस्पॉट ऑक्सीजन मिल जाएगा।




