
– फरार आरोपियों की तलाश में महीनों से चल रहा अभियान अब निर्णायक मोड़ पर…
खरसिया। बरगढ़ खोला क्षेत्र में अवैध मादक पदार्थों के नेटवर्क पर कसते शिकंजे के तहत जोबी पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता दर्ज की है। पुलिस टीम ने ओडिशा के झारसुगुड़ा में दबिश देकर अंतरराज्यीय तस्करी गिरोह के फरार आरोपी लवलेश उर्फ रविन्द्र पटेल उर्फ लवकेश पांडे (निवासी उत्तर प्रदेश) को गिरफ्तार कर लिया। यह वही गिरोह है जो उड़ीसा से गांजा लाकर क्षेत्र में डंप करता और आगे इसे ट्रेन के जरिए उत्तर प्रदेश भेजता था।
झारसुगुड़ा से गिरफ्तार, गिरोह की कड़ी उजागर
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के निर्देश और एसडीओपी खरसिया प्रभात पटेल के मार्गदर्शन में, चौकी प्रभारी एएसआई लक्ष्मी नारायण राठौर के नेतृत्व में टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया।
आरोपी के पास से तस्करी में प्रयुक्त दो टच मोबाइल, सिम कार्ड और 3,000 रुपये नकद जब्त किए गए।
उसे अपराध क्रमांक 480/25 में धारा 20(b) व 29 एनडीपीएस एक्ट के तहत न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
अगस्त 2025 की बड़ी कार्यवाही का सिलसिला
अगस्त 2025 में जोबी चौकी पुलिस ने ग्राम कुर्रु में अनीता बाई अगरिया के घर पर छापामार कार्यवाही में 64 किलो 360 ग्राम गांजा (62 पैकेट) जब्त किया था।
पूछताछ में सामने आया कि—
- गांजा उड़ीसा से लाया जाता था,
- अनीता अगरिया के घर में डंप किया जाता था,
- और फिर रेल मार्ग से उत्तर प्रदेश भेजा जाता था।
इस गिरोह में रायगढ़ की सरस्वती साहू, उसका भाई मनोज उर्फ छोटू साहू, और उत्तर प्रदेश का लवकेश पांडे शामिल थे। कार्यवाही के दौरान सरस्वती साहू गिरफ्तार हुई, जबकि मनोज साहू और लवकेश पांडे फरार हो गए थे।
अंतरराज्यीय नेटवर्क पर बढ़ती निगरानी
इस मामले ने यह साफ किया कि स्थानीय स्तर पर छोटे-छोटे डंपिंग प्वाइंट बनाकर बड़े नेटवर्क संचालित किए जा रहे थे।
पुलिस की इस गिरफ्तारी से—
- गिरोह की सप्लाई चैन बाधित होगी,
- फरार साथी मनोज साहू तक पहुंच आसान होगी,
- और क्षेत्र में सक्रिय छोटे रैकेटों की गतिविधियों पर दबाव बढ़ेगा।
यह गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब पुलिस अवैध मादक पदार्थों पर लगातार नजर बनाए हुए है, ताकि पड़ोसी राज्यों के नेटवर्क छत्तीसगढ़ में सुरक्षित ठिकाने न बना सकें।
स्थानीय नेटवर्क कमजोर, सख़्ती का संकेत
जोबी पुलिस की कार्यवाही यह संदेश देती है कि—
- क्षेत्र में मादक पदार्थों के कारोबार के लिए कोई सुरक्षित रास्ता नहीं,
- फरार आरोपी चाहे जिस राज्य में छिपे हों, उन तक पहुँचने में पुलिस पीछे नहीं हटेगी,
- ग्रामीण इलाकों में भी इस तरह के नेटवर्क पर कठोर कार्यवाही जारी रहेगी।
आगे की…
गिरफ्तार आरोपी से पूछ-ताछ में तस्करी मार्ग, सप्लायर और संभावित नए नेटवर्क के बारे में और जानकारियाँ मिलने की संभावना है।
इस जानकारी के आधार पर पुलिस आगे की कार्यवाही तेज कर सकती है, खासकर उन क्षेत्रों में जहाँ इस गिरोह के डंपिंग पॉइंट या सफर रूट होने के संकेत पहले से मिल चुके हैं।
इस पूरी कार्यवाही में आरक्षक राजेंद्र राठिया, प्रदीप तिवारी और केशव राठिया की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
जोबी पुलिस का कहना है कि क्षेत्र में अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा।



