महतारी दुलार योजना के लाभान्वित 370 बच्चों के बाल कल्याण समिति के समक्ष उपस्थिति व प्रकरणों के निराकरण हेतु जिले में ब्लॉकवार लगेंगे शिविर
रायगढ़-कोरोना काल में अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों के लिए चलाए जा रहे महतारी दुलार योजना अंतर्गत रायगढ़ जिले में शासकीय तथा अशासकीय विद्यालयों में 370 तथा जिले के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के लाभान्वित 50 बच्चों को छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी दुलार योजना के जरिए नि:शुल्क शिक्षा और छात्रवृत्ति की व्यवस्था प्रदाय की जानी है। जिले में 179 शासकीय स्कूलों तथा 191 अशासकीय स्कूलों सहित विभिन्न विकास खंडों के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में महतारी दुलार योजना अंतर्गत बच्चे दाखिला लेकर अध्ययनरत हैं।
उल्लेखनीय है कि कोविड-19 के कारण माता-पिता दोनों को या माता-पिता में से एक को या कानूनी अभिभावक या दत्तक माता-पिता को खोने वाले बच्चों के समस्त संरक्षण एवं देखरेख के लिए बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया जाना है। कलेक्टर भीम सिंह ने जिला शिक्षा अधिकारी रायगढ़ को आदेश जारी कर इन्हीं बच्चों को बाल कल्याण समिति के सामने पेश करने हेतु आदेशित किया है। यदि किसी बच्चे को बाल कल्याण समिति के सामने पेश कर उसके माता-पिता के कोरोना वायरस की जानकारी दी जाएगी तो उनका नाम भी जोड़ा जाना है। इसी कवायद में विकास खंडों में तिथिवार प्रकरणों का निराकरण हेतु बाल कल्याण समिति की बैठक आहूत की गई है। जिसमें जिला बाल संरक्षण समिति इकाई के अधिकारी व कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है।
इन तिथियों में होगी विकासखंड वार बैठक
6 अगस्त को पुसौर व 11 अगस्त को सारंगढ़ विकासखंड में बैठक आयोजित की जाएगी। जिसमें प्रभारी अधिकारी श्री जितेंद्र सिंह क्षेत्रीय परिवीक्षा अधिकारी उपस्थित रहेंगे। इसी तरह 6 अगस्त को बरमकेला व 10 अगस्त को लैलूंगा में प्रभारी अधिकारी श्री प्रकाश कुमार ठाकुर संरक्षण अधिकारी गैर संस्थागत की देखरेख में बैठक होगी। दिनांक 7 अगस्त घरघोड़ा व 10 अगस्त धर्मजयगढ़ में प्रभारी अधिकारी श्री जितेंद्र सिंह क्षेत्रीय परिवीक्षा अधिकारी उपस्थित रहेंगे। 7 अगस्त खरसिया व 11 अगस्त तमनार के प्रभारी अधिकारी प्रकाश कुमार ठाकुर संरक्षण अधिकारी गैर संस्थागत की देखरेख में बैठक आयोजित होगी।
विकासखंड वार यह है बच्चों की संख्या
रायगढ़ 90, पुसौर 36, बरमकेला 69, घरघोड़ा 12, खरसिया 47, लैलूंगा 17, धरमजयगढ़ 17, सारंगढ़ 65, तमनार 17 कुल 370 बच्चे है।
महतारी दुलार योजना हेतु क्या होगी पात्रता
छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना 2021 के तहत राज्य में कोरोना महामारी से मृत छत्तीसगढ़ के निवासियों के बेसहारा अनाथ बच्चों को नि:शुल्क स्कूली शिक्षा उपलब्ध सुनिश्चित करने के साथ-साथ छात्रवृत्ति प्रदान करने के उद्देश्य से शासन द्वारा छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना 2021 के क्रियान्वयन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा किया जा रहा है। जिसमें पात्रता का निर्धारण भी किया गया है। इसके अनुसार बच्चे छत्तीसगढ़ के निवासी हों, ऐसे बच्चे जिनके माता या पिता या दोनों की मृत्यु कोविड-19 से हुई हो, ऐसे बच्चे जो स्कूली शिक्षा प्राप्त करने हेतु आयु संबंधी पात्रता रखते हो, जिनके घर में कमाने वाले वयस्क सदस्य न रहने के कारण भरण पोषण की समस्या हो। ऐसे सभी बच्चे इस योजना के तहत पात्र माने जाएंगे। महतारी दुलार योजना के तहत बाल संरक्षण कल्याण समिति रायगढ़ में 90 में से 80 बच्चों का फार्म जमा हुआ तथा 80 बच्चे उपस्थित हुए। साथ ही अतिरिक्त सूची से 33 बच्चों का भी फार्म जमा हुआ है।
योजना अंतर्गत मिलेंगी यह सुविधाएं
महतारी दुलार योजना अंतर्गत पात्र बच्चों में कक्षा पहली से आठवीं तक प्रत्येक विद्यार्थियों को 500 प्रतिमाह छात्रवृत्ति तथा कक्षा नौवीं से बारहवीं तक प्रत्येक विद्यार्थियों को 1000 प्रति माह छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। साथ ही संचालनालय महिला एवं बाल विकास विभाग के तहत कोविड-19 से प्रभावित विद्यार्थियों को पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत 23 साल के होने पर एकमुश्त 10 लाख रुपए उनके बैंक खातों में शासन द्वारा जमा कर दी जाएगी।