प्रकृति को छेड़ना पड़ रहा महंगा, तो कोरोना ने सिखाया सबक। अब सांस बचाने रोपे नीम और बरगद के पेड़
बरमकेला-कोविड-19 ने पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था को अव्यवस्थित कर दिया है।आज पूरी अर्थव्यवस्था और मानव जाति का स्वास्थ्य एवं जीवन संकट में है। लॉक डाउन के कारण जीवन ठहर गया है। दुनिया का कोई भी देश नहीं बचा है जहां कोरोना वायरस पहुंचा नही है। विकसित देश को भी कोरोना ने नही छोड़ा है। यह सब प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करने का नतीजा है। अगर अभी नहीं चेते तो आने वाली पीढ़ी एक एक सांस के लिए मोहताज हो सकता है। ऐसा होते हम अस्पतालों में देख भी चुके हैं कि किस तरह ऑक्सीजन के लिए लोग भागते फिर रहे थे। ऑक्सीजन लेबल डाउन होने के कारण लोगों की दम घुटने से हुई मौत काफी कुछ सबक दे दिया है।
प्रकृति को हरा भरा बनाये रखने अब करोड़ों हाथ आगे बढ़ रहे हैं। इसी कड़ी में लेन्धरा के राधा माधव मंदिर परिसर में पौधरोपण अभियान चलाया गया। जिसमें भाजयुमो और महिला मोर्चा के साथ सैकड़ों लोग इस अभियान में भागीदारी सुनिश्चित की। भाजयुमो जिलाध्यक्ष विनायक पटनायक के दिशा निर्देश में पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम के प्रभारी अजीत शर्मा थे। शर्मा के नेतृत्व में मंदिर परिसर में नीम, पीपल, बरगद, आंवला, जामुन, अमरूद, काजू, सीताफल, मुनगा आदि फलदार और छायादार पौधे लगाए गए। इस दौरान मंडल अध्यक्ष भूतनाथ पटेल, अरुण अग्रवाल, युवा मोर्चा अध्यक्ष संजय चौधरी ,महिला मोर्चा अध्यक्ष शारदा मालाकार , सौहद्रा सिदार , भोजराम पटेल, गजेंद्र पटेल, ललित चौहान, दयासागर प्रधान , नारायण प्रधान, शुभम साहू , गोविंद पटेल , सोशल मीडिया प्रभारी राकेश पटेल , हेमसागर प्रधान , बासुदेव प्रधान, सदानंद यादव ,रमेश चौधरी , संजय पटेल , रामाधार पटेल एवं युवा मोर्चा सभी जांबाज कार्यकर्ताओं सहित ग्रामीण मौजूद थे