
भाजपा नेत्री अंकिता चौधरी पर शासकीय भूमि हड़पने का लगा आरोप
घरघोड़ा न. पं. उपाध्यक्ष ने शिकायत कर की जांच की मांग
रायगढ़। रायगढ़ जिले की घरघोड़ा नगर पंचायत में निवासरत वार्ड 13 की निवासी अंकिता चौधरी जो कि भाजपा महिला मोर्चा की विंग नारी शक्ति की जिला प्रमुख पद पर है उनका एक सनसनीखेज फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है। एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष व न.पं. घरघोड़ा के उपाध्यक्ष उस्मान बेग ने प्रशासनिक अधिकारियों को भेजे अपनी शिकायत व दस्तावेजों के आधार पर आरोप लगाया है। भाजपा नेत्री अंकिता चौधरी द्वारा राजस्व पटवारी हल्का 22 वार्ड नम्बर 1 कसैया की रिक्त पड़ी शासकीय भूमि खसरा नम्बर 465,1ध्कध्1 रकबा 1.129 से 15 डिसमिल भूमि पर पिछले बीस वर्षो से हल्का पटवारी से मिली भगत कर कब्जा बता कर पट्टे की मांग हेतु अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को आवेदन दिया गया है।
युवा नेता उस्मान बेग ने शिकायत में कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा ऐसे लोग जो वर्षों से काबिज है उन्हें निर्धारित राशि लेकर पट्टा प्रदाय करने का प्रावधान है परंतु घरघोड़ा में कुछ लोग इसका नियम विपरीत लाभ लेने के लिये पटवारियों से मिली भगत कर फर्जी दस्तावेज के सहारे बेशकीमती भूमि को हड़पने की तैयारी कर रहे है।

अंकिता चौधरी द्वारा 10 वर्षों से खेत बनाकर कब्जे की बात कही गई है जिससे स्पष्ट पता चलता है कि भाजपा नेत्री ने साठगांठ कर बेशकीमती जमीन को हड़पने तत्कालीन पटवारी के साथ मिल कर कूटरचना रची है। उक्त भूमि पर ना कभी खेती हुई और ना ही भाजपा नेत्री के विरुद्ध कोई बेजा कब्जा का कोई केस चला सिर्फ अपने राजनीतिक पद का दुरुपयोग करते हुए यह हथकंडा अपनाया गया है। उस्मान बेग ने अनुविभागीय अधिकारी घरघोड़ा न्यायालय में पंजीबद्ध उक्त केस को खारिज करते हुए फर्जी शपथ पत्र देने के मामले में भाजपा नेत्री के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई है।
क्या 09 वर्ष की उम्र में किया बेजा कब्जा!
शपथ पत्र में अंकिता चौधरी द्वारा अपनी उम्र वर्तमान में 29 वर्ष बताई है, बल्कि सूत्र बताते है की उनकी उम्र 32 वर्ष से ऊपर है, अगर उनकी उम्र 28 वर्ष भी है तो जो शपथ पत्र में उनके द्वारा 20 वर्ष पूर्व जमीन कब्जे की बात रखी गई है तो उनकी उम्र कब्जे करने के समय सिर्फ 9 वर्ष ही होगी व इसमे बड़ा सवाल ये है व लोगों में चर्चा का विषय है की कोई इतनी कम उम्र में किसी शासकीय भूमि पर कब्जा कैसे कर सकता है। जरूर शासकीय भूमि हथियाने पटवारी के साथ मिलकर इनके द्वारा कोई बड़ा खेल खेला जा रहा है। वहीं दूसरी ओर आवेदन पत्र में वार्ड 1 की निवासी व शपथ पत्र में अपने निवास स्थान को वार्ड 13 बताया गया है इससे स्पष्ट होता है कि कूटरचित दस्तावेज बनाए गए है जबकि उनका मूल निवास स्थान वार्ड 13 है , जो कि उन्होंने उनके 2014 में नं पं चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपने नामांकन में डाला था वहीं वर्तमान के वोटर लिस्ट में उनका व उनके परिवार का नाम इस वार्ड में अंकित होना पाया गया है जो जाँच का विषय है। वहीं कई बिंदुओ पर फर्जी तरीके से जमीन हथियाने कहानी रची गई है।
न पं घरघोड़ा के उपाध्यक्ष उस्मान बेग ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने की माँग उच्च अधिकारियों की है। अंकिता को जिला भाजपा का वरदहस्त हासिल है व देखने वाली बात होगी की इसी बात के दम पर वो अपने को इस मामले से कैसे बचा पाती है ! कुल मिलाकर देखा जाए तो भाजपा नेत्री अंकिता चौधरी द्वारा बेशकीमती भूमी पर हथियाने के तरीकों से लोग तरह तरह की बातें कर रहे है।
नंप उपाध्यक्ष ने एसडीएम से की जांच मांग
मजबूत राजनैतिक और प्रशासनिक पृष्ठभूमि के बूते गौचर भूमि का मिलिकाना हक पाने के भाजपा नेत्री के प्रयास पर घरघोड़ा नगर पंचायत के उपाध्यक्ष ने रोडा अटका दिया है। नपं उपाध्यक्ष उस्मान बेग ने तथ्यों कै साथ अनुविभागीय अधिकारी को दो दिन पूर्व आवेदन देकर भाजपा नेत्री के शपथ पत्र को झूठा बताते हुए न केवल जांच की मांग की है बल्कि कडी कार्रवाई करने के साथ एसडीएम न्यायालय से प्रकरण क्रमांक 20201004260027 को खारिज करने की मांग की है।
मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप राजनैतिक द्वेष से प्रेरित- अंकिता
भाजपा जिला नारी शक्ति संयोजिका अंकिता चौधरी ने विज्ञप्ति जारी करते हुए घरघोड़ा न. पं उपाध्यक्ष उस्मान बेग द्वारा लगाए गए आरोपों को एक सिरे से खारिज कर दिया है। भाजपा की महिला नेत्री ने कहा कि युवा कांग्रेसी नेता उस्मान बेग द्वारा उन पर जिस शासकीय भूमि पर अवैध कब्जे और हड़पने का आरोप लगाया गया है वो निराधार हैं और राजनीतिक द्वेष से प्रेरित हैं। उनके पास उक्त भूमि से संबंधित तमाम दस्तावेज उपलब्ध हैं जिससे प्रमाणित हो जाता हैं कि उक्त भूमि पर उनका कब्जा कानूनन जायज हैं।




