रायगढ़। भले ही इस साल दसवीं-बारहवीं बोर्ड एग्जाम के रिजल्ट में जिले की बल्ले-बल्ले रही। स्टेट टॉपर समेत कुल 21टॉपर जिले से रहे। इसके बावजूद सभी स्कूलों के रिजल्ट होगी। पता किया जायेगा कि कौन से स्कूल पिछड़े तो किसने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इसके लिए डीईओ ने सभी बीईओ को स्कूलवार को समीक्षा रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं।
दो साल के बाद पहली बार दसवीं-बारहवीं बोर्ड के एग्जाम ऑफलाईन मोड में आयोजित किये गये। इसके बावजूद इस साल बोर्ड के नतीजे काफी अच्छे रहे। पहली बार प्रदेश में रायगढ़ का नाम सबसे ऊंचा रहा। दसवीं व बारहवीं दोनों के टॉपर यहीं के रहे। इसके अलावा टॉप टेन में भी यहां के 19 छात्र-छात्राओं ने अपनी जगह बनायी। शिक्षा के क्षेत्र में इस चमकीली सफलता से शिक्षा विभाग के अधिकारी भी गदगद हैं तो स्कूलों में प्राचार्य से लेकर शिक्षक भी काफी उत्साहित हैं। बच्चों केे तो परीक्षा परिणाम सामने आ गए हैं मगर अभी प्राचार्य व शिक्षकों के एग्जाम होने बाकी हैं। उन्हें बताया होगा कि इस बोर्ड एग्जाम के नतीजों में उनके स्कूल का कितना योगदान रहा। पढ़ाई में उनके स्कूल के बच्चे पिछड़े या फिर अच्छा प्रदर्शन किया। बोर्ड के रिजल्ट आने के बाद सरकारी स्कूलों में रिजल्ट को ले कर समीक्षा की तैयारी चल रही है। स्कूल के प्राचार्य और प्रधानपाठक अपने-अपने स्कूलों का परिणाम निकालकर विषयवार परिणाम की स्थिति तैयार कर रहे हैं ताकि उसका आंकलन किया जा सके। दरअसल, पिछले कुछ सालों से बोर्ड परीक्षा की परिणाम घोषित होने के बाद जिला स्तर पर उसकी समीक्षा की जाती है। इस बार भी बोर्ड के परिणाम घोषित होने के बाद डीईओ ने सभी बीईओ व स्कूलों के प्राचार्यो को स्कूलवार व विषयवार परिणाम निकालकर उसका आंकलन करन के लिए निर्देश दिये हैं।
खराब रिजल्ट पर कार्रवाई,अच्छे पर सम्मान
स्कूलवार समीक्षा के बाद स्कूलों में जिन सबजेक्ट के रिजल्ट खराब दिखते हैं उनको सुधार के लिए निर्देश दिये जाते हैं और जरूरत हो तो कार्रवाई की जाती है जबकि रिजल्ट अच्छा होने पर संबंधितों को प्रोत्साहित किया जाता है। जैसा कि कोविड के पहले बोर्ड के रिजल्ट में करीब आधा दर्जन सरकारी स्कूल के शिक्षकों को सम्मानित कर प्रोत्साहित किया गया था।
बीईओ के माध्यम से सभी को देनी होगी रिपोर्ट
डीईओ के निर्देश के बाद सभी हाई व हायर सेकेंडरी के प्राचार्य से लेकर प्रधानपाठक व शिक्षक इन दिनों अपने स्कूलों की रिपोर्ट तैयार करने के काम में जुटे हुए हैं। सभी को अपने-अपने स्कूलों की रिपोर्ट बीईओ के माध्यम से देनी होगी। बीईओ सभी रिपोर्ट डीईओ को सौंपेंगे।