केलो कपूत शिव राजपूत की चिट्ठी केलो के नाम
केलो कपूत शिव राजपूत की चिट्ठी केलो के नाम
“पुसौर के प्रथम पूज्य देवता के दर्शन”
केलो आई पुसौर मेरे नाना-नानी का गांव है जहां मेरा जन्म हुआ लेकिन ग्राम पुसौर के प्रथम पूज्य देवता लाला धूरा का आज दर्शन लाभ प्राप्त हुआ। प्रस्तर खंड में उकेरी गई अज्ञात प्रतिमा जिसे छाते की तरह वृक्ष-वनस्पति रक्षा करते हैं चारों ओर खेतिहर जमीन के बीच घनी झाड़ियों के साये में आदिम देव स्थल के दर्शन हुए जहां विशेष अवसरों के अलावे पशु-पक्षी भी नहीं जाते।
केलो आई जनश्रुतियों के मुताबिक हरियाली आदि त्योहार में प्रथम पूजा या फिर पहली बलि पूजा इसी लाला धूरा में होती है इसके बाद ही गांव के अन्य प्राचीन देवी-देवताओं की पूजा होती है पत्रकार साथी गौतम पंडा के मुताबिक भी गांव के वैदिक पूजा-पाठ में हवन सामग्री लाला धूरा को अर्पित की जाती है।
धरमेंद्र सारथी, राजेंद्र कसेर, विजय गुप्ता ने उपरोक्त तथ्यों की पुष्टि करते हुए कहा की यही गणेश जी की तरह पुसौर के लिए प्रथम पूज्य देवता हैं। इसके संबंध में कोई और जानकारी हो तो कृपया साझा करें…