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रायगढ़-अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर खास

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से अगले सात दिनों तक महिलाओं के लिए विभिन्न कार्यक्रमों की शुरुआत….

प्रगतिशील समाज और देश के लिये महिलाओं को देने होगें समान अधिकार के साथ पर्याप्त अवसर….एसपी संतोष सिंह

शुभारंभ कार्यक्रम में 50 स्वच्छता दीदियों का साड़ी से किया गया सम्मान….

जागरूकता कार्यक्रमों की शुरूवात शास. कला विज्ञान कॉलेज किरोडीमल से, छात्राओं को दी गई महिला अपराधों की जानकारी, वितरण किये गये जागरूकता पंपलेट….

सात दिन तक चलाने वाले कार्यक्रमों में महिला क्रिकेट, रंगोली, पेंटिंग, कुकिंग सहित विभिन्न कार्यक्रम….

रायगढ़ – जिले में जिला पुलिस जिलेवासियों के साथ मिलकर “अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस” इस वर्ष बेहद उत्साहपूर्ण रूप से मना रही है । पुलिस मुख्यालय नया रायपुर छत्तीसगढ़ से इस “अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस” पर सात दिनों तक जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करने के निर्देशों के तारतम्य में जिले की पुलिस महिला रक्षा टीम द्वारा विश्व महिला दिवस की थीम अभिव्यक्ति एक नारी की के तहत आने वाले सात दिनों तक जिले में महिलाओं के लिए महिला क्रिकेट, महिला व बच्चों के लिए रंगोली, पेंटिंग, कुकिंग प्रतियोगिता, बाइक रैली तथा अनुविभाग स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेगी । आज पुरानी पुलिस लाइन स्थित पुलिस सामुदायिक भवन में आयोजित शुभारंभ कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक रायगढ़  संतोष सिंह द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है ।

 

पुलिस महिला रक्षा टीम द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में जिले में विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी रही महिलाओं को विशिष्ट अतिथियों के रूप में आमंत्रित किया गया था । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह अपनी धर्मपत्नी श्रीमती वंदना सिंह के साथ शामिल हुए । विशिष्ट अतिथियों में नेता प्रतिपक्ष नगर निगम पूनम सोलंकी, कविता बेरीवाल अध्यक्ष दिव्य शक्ति रायगढ़, पायल अग्रवाल अध्यक्ष लायंस क्लब रायगढ़ मिड-टाऊन एवं लायंस प्राइड, लता डोरा पोस्ट एरिया ऑफिस लायंस क्लब, इनरव्हील रायगढ़ क्लब रायगढ़ की लक्ष्मी अग्रवाल, डॉ0 काकोली पटनायक फेमस गायनिक एवं लेखिका, डॉ0 रितु शर्मा उपस्थित थी ।

आयोजक टीम से आईयूसीएडब्लू प्रभारी एडिशनल एसपी डॉ0 आर.पी. भैया, डीएसपी गरिमा द्विवेदी, निरीक्षक संतोषी ग्रेस (थाना प्रभारी अजाक), प्रभारी महिला रक्षा टीम मंजू मिश्रा अपनी रक्षा टीम के सदस्यों के साथ उपस्थित थी । कार्यक्रम में एसपी संतोष सिंह द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई, जिसके बाद एक-एक कर विशिष्ट अतिथियों द्वारा भारतीय समाज में महिलाओं की दशा और दिशा पर अपने विचार रखा गया ।

एडिशनल एसपी डॉ0 आर.पी द्वारा केवल महिला दिवस पर ही महिलाओं को सम्मान देना काफी नहीं है बल्कि महिलाओं को हर दिन सम्मान देना और समाज में लिंग भेद को समाप्त कर महिलाओं को समानता का अधिकार देना आवश्यक बताये ।

मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित श्रीमती वंदना सिंह बताई कि महिलाओं को मिलने वाले अधिकार नहीं मिलने के कारण वर्ष 1911 से प्रतिवर्ष 8 मार्च अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है । अपने विचार व्यक्त कर श्रीमती वंदना सिंह बताई कि हमें समझने की जरूरत है कि महिलाएं विकास तो कर रही हैं । एक हिस्से में विकासशील महिलाएं हैं जो पुरुषों से भी आगे जा चुकी हैं परंतु एक हिस्से में अभी भी अशिक्षित, बेरोजगार और कई समस्याओं से जूझ रही महिलाएं है । हम विकसित या कहें विकासशील हो चुकी महिलाओं को अपने समाज में ऐसे बेरोजगार, अशिक्षित व आर्थिक तंगी से जूझ रही महिलाओं की मदद करने की जरूरत है, उन्हें आगे बढ़ाने की जरूरत है । उन्होंने बताया कि हमें पुरुषों से तुलना करने की आवश्यकता नहीं है, पुरुष हमारे प्रतिद्वंदी नहीं है, हमें उन्हें हराना नहीं है । बल्कि हमें केवल पुरुषों से अवसर प्राप्त करने के लिये सहयोग चाहिए जिससे हम अपने परिवार, समाज और देश को बढ़ाने में सहायक हो सकें । उन्होंने उपस्थित महिलाओं को अपने बच्चों को प्रारंभ से लड़का-लड़की में भेद न करने की शिक्षा देना बताई और महिलाओं को शिक्षा व अपनी प्रतिभा के दम पर समाज में अपनी पहचान बनाने के लिये निरंतन प्रयासरत रहना चाहिये बताई ।

पुलिस अधीक्षक रायगढ़ के साथ अपने मोटिवेशनल स्पीच से पहचाने जाने वाले एसपी संतोष सिंह द्वारा कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुये बताये कि महिला दिवस हर साल मनाये जाने की जरूरत नहीं है बल्कि हर दिन महिला दिवस के रुप में मनाया जाने की जरूरत है । उन्होंने बताया कि कोई भी समाज या देश महिलाओं के बिना प्रगति नहीं कर सकता, लिंगभेद प्रकृति ने बनाया है । हमारे यहां महिलाओं को देवी का दर्जा दिया जाता है। कहा गया है कि “यत्र नार्यस्तु पूज्यंते, रमन्ते तत्र देवता” अर्थात जहां महिलाओं की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं परन्तु धीरे-धीरे पुरूषवादी विचार समाज में हावी हुआ है । माना जाने लगा कि समाज में पुरुष ही शासक कहलाएगा, आर्थिक गतिविधियों में सम्मिलित रहेगा । तब महिलाओं के लिये विरोध नहीं था परंतु महिलाओं के लिए अवसर भी नहीं थे जिसके कारण महिलाएं उपेक्षित रही परंतु आज ऐसा नहीं है जैसे-जैसे महिलाओं को शिक्षा के अवसर मिलते गए महिलाएं आगे बढ़ती गई । आज समाज को बदलने की जरूरत है, हमें ऐसे सारे कारण बदलने होंगे जिसके कारण महिलाओं को अवसर नहीं मिले, हमें अवसर पैदा करने की जरूरत है । यद्धपि अवसर दिया जाये तो वे अपनी प्रतिभा व मेहनत से अवसर का लाभ लेकर कोई भी मुकाम हासिल कर सकतीं है उदाहरण के तौर पर प्रदेश की संवैधानिक पद पर विराजमान महामहिम राज्यपाल का नाम बताया गया ।

उन्होंने पुरूषवादी सोच के अनुसार महिला बाहर असुरक्षित है, इस धारणा को गलत बताये । उनके द्वारा उदाहरण के जरिए बताया गया कि जिस प्रकार गाड़ी के दो पहियों का एक साथ चलना, एक दूसरे के सहयोग से चलना आवश्यक है । उसकी प्रकार समाज में महिला और पुरूष का एक साथ चलना बेहद जरूरी है, इन दानों के विकास से ही समाज व देश प्रगति करेगा । हमें अपने बेटी, बहन और आने वाली पीढ़ियों के बारे में सोच कर महिलाओं को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है, उन्हें अवसर देने की आवश्यकता है कहकर उपस्थित महिलाओं को एक बार और महिला दिवस की बधाई देते हुए अपना उद्बोधन समाप्त किये ।

कार्यक्रम में डीएसपी गरिमा द्विवेदी द्वारा अतिथियों एवं आगंतुकों का आभार व्यक्त किया गया । उनके द्वारा रायगढ़ पुलिस व महिला रक्षा टीम को महिलाओं की सुरक्षा के प्रति सजग और संवेदनशील रहना बताते हुये आगे भी महिला सुरक्षा एवं जागरूकता के लिये निरंतर कार्यक्रम आयोजित करना बताई । मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक द्वारा नगर निगम रायगढ़ की 50 स्वच्छता दीदियों को साड़ी देकर सम्मानित किया गया । कार्यक्रम में थानों की महिला स्टाफ, पुलिस परिवार की महिलाएं, नगर निगम व अन्य कामकाजी महिलाओं की बड़ी संख्या थी ।

शुभारंभ कार्यक्रम के बाद ही जागरूकता कार्यक्रमों की शुरूवात भी हो गई है । डीएसपी गरिमा द्विवेदी, महिला रक्षा टीम के साथ किरोडीमल शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय चक्रधरनगर में छात्राओं को महिला संबंधी अपराधों की विस्तृत जानकारी दी । कार्यक्रम दौरान छात्राओं को महिलाओं के अधिकार, बढते सायबर क्राईम, यौन अपराधों को लेकर आवश्यक जानकारी देते हुय उनसे बचाव के संबंध में बताया गया । साथ ही महिला सुरक्षा एवं जागरूकता पर अधारित पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी पंपलेट का छात्राओं में वितरण किया गया है । छात्राओं को अभिव्यक्ति एक नारी की थीम पर जिले में आयोजित सात दिवसीय जागरूकता एवं प्रतियोगिताओं जिसमें 09 मार्च को बाइक रैली, 10 मार्च को क्रिकेट मैच, 11 मार्च को रंगोली, पैटिंग प्रतियोगिता, 12 मार्च एवं 13 मार्च को क्रमश: पुसौर एवं खरसिया में जागरूकता कार्यक्रम, 14 मार्च को कुकिंग प्रतियोगिता आयोजित करने की जानकारी देते हुये अपने परिवारजनों एवं मित्रों के साथ कार्यक्रमों में भाग लेने प्रात्साहित किया गया ।

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