खाखी के मान बढ़ाने के लिए खूंटी पुलिस का आभार
शिवांश अपहरण मामले की जांच विवेचना में खूंटी (झारखंड) पहुंची खरसिया पुलिस….
●रायगढ़ पुलिस की ओर से खरसिया टी.आई किये खूंटी पुलिस का आभार व्यक्त, बालक शिवांश के परिजनों ने किया खूंटी पुलिस का सम्मान…
चलते चलते युग से चली आ रही परम्परा पर कुछ शब्द
जीवन एक यात्रा है…आप सब छोड़ सकते हैं, पर अपनी पहचान और अपनी बुद्धि को नहीं छोड़ सकते हैं। यह भी सत्य है कि यह आपकी बाहर की यात्रा है। आप सब छोड़ सकते हैं, पर अपनी पहचान और अपनी बुद्धि को नहीं छोड़ सकते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह आपकी अपनी दुनिया है। यह भी सत्य है कि यह आपकी बाहर की यात्रा है। आप किनारे की ओर जा रहे हैं। उस किनारे पहुंचकर-आप लौटना चाहें भी तो नहीं लौट सकेंगे। वह शरीर का किनारा है।
वहां से आप शिशु बनना चाहो, तो नहीं बन सकते। यह आपकी आंतरिक नहीं,बल्कि बाह्य यात्रा है, जो भोग की यात्रा है। यह आपकी अधोगामी यात्रा है। आप अपने केंद्र से अधोगामी हो गए हैं। आपकी जाग्रति तो हुई है, पर आप जागकर अपनी सीमा की ओर नहीं जा रहे हैं। ऐसा लगता है कि आप दो दिशाओं में विभाजित हो चुके हैं। उन दो दिशाओं के दो लक्ष्य हैं। एक अंतर्मन की ओर की दिशा, जो आपका आत्म-जागरण है। स्वयं की अंतर्यात्र है। यह अधोगमन की यात्रा है। आपके अंतर्मन में जो दूसरी यात्रा है, जो दूसरी दिशा का छोर है। वह बुद्धि है। बुद्धि छोर नहीं है। यह आपका किनारा नहीं। बुद्धि के तल पर बुद्धि के बाद ही आप हैं। तल से बाहर निकलने के बाद फिर आप नहीं होते हैं। तब आप परमात्ममय होते हो, आत्ममय होते हो। यह है आपका जागरण, जिसे बुद्धि के परे जाकर ही अनुभव किया जा सकता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि जब तक आप बुद्धि के जरिये वाद-विवाद में फंसे रहेंगे, तब तक परमात्मा की अनुभूति तो क्या स्वयं की अंतस चेतना की अनुभूति भी नहीं कर सकते…
खुशियां बांटने से बढ़ती हैं और दुख बांटने से घटता है इतिहास ऐसे महान और परोपकारी महापुरुषों के उदाहरण से समृद्ध है, जिन्होंने परोपकार के लिए अपने अस्तित्व और अस्मिता को दांव पर लगा दिया। हमारे यहां दान की परंपरा यानी देने का सुख प्राचीन काल से चला आ रहा है। कहा जाता है कि घर की तिजोरी में बंद पड़ा धन अगर किसी की सेवा में, सहायता में, स्कूल व अस्पताल बनाने में, किसी भूखे को भोजन देने में खर्च कर दिया जाए तो उससे बढकर धन का और कोई इस्तेमाल नहीं हो सकता…
सहयोग के लिए लिए आभार…
थाना खरसिया के बहुचर्चित शिवांश अपहरण मामले में थाना खरसिया में दर्ज अप.क्र. 104/2021 धारा 364-ए, 368, 120(B), 34 IPC , 25 Arms Act + 201 भादंवि की विवेचना हेतु विवेचना अधिकारी थाना प्रभारी खरसिया निरीक्षक एस.आर. साहू अपने स्टाफ के साथ खूंटी (झारखंड) रवाना हुये थे जिनके साथ बालक शिवांश के दादाजी रमेश अग्रवाल एवं परिजनों भी साथ थे । पुलिस अधीक्षक रायगढ़ संतोष कुमार सिंह के सुपरविजन पर अपराध की हर पहलुओं पर बारीकी से जांच/विवेचना की जा रही है । थाना प्रभारी खरसिया अपहरण के मामले में गिरफ्तार आरोपियों से मिली जानकारी पर आरोपियों के विरूद्ध साक्ष्य पुख्ता करने आज आरोपियों के भागने के मार्ग में पड़ने वाले
बृजराजनगर एवं सुंदरगढ़ टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज निकाले गए है जिसमें घटना दिनांक को आरोपियों के टोल प्लाजा से गुजरने का फुटेज है , इसके अलावा नाकेबंदी में लगे खूंटी पुलिस स्टाफ का पृथक से बयान दर्ज कर महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र किया गया है ….
देखें ….
छोटी सावधानी बड़ी घटना से बच सकते है -आईजी डांगी
घटना दिनांक को रेंज आई.जी. आर.एल. डांगी एवं एसपी संतोष सिंह द्वारा बालक की रेस्क्यू में लगी टीम को दिशा निर्देशित किया जा रहा था, आरोपियों के रांची, झारखंड की ओर भागने की जानकारी पर एसपी रायगढ़ द्वारा आरोपियों की घेराबंदी के लिये झारखंड पुलिस से तालमेल बिठाकर जानकारी शेयर किया गया जिससे खूंटी पुलिस की नाकेबंदी में शीघ्र आरोपियों को पकड़ा गया ।
खरसिया पुलिस के साथ खूंटी पहुंचे शिवांश के परिजनों द्वारा खूंटी थाने में नाकेबंदी में लगे स्टाफ का शॉल श्रीफल देकर सम्मान किया गया ।
रायगढ़ पुलिस की ओर से थाना प्रभारी खरसिया द्वारा खूंटी एसपी आशुतोष शेखर, हेड क्वार्टर डी.एस.पी. जयदीप लकड़ा उपस्थित खूंटी स्टाफ का आाभर व्यक्त किया गया है । विदित हो कि इस बड़ी सफलता पर पुलिस महानिदेशक डी.एम. अवस्थी सहित रेंज, आईजी आर.एल. डांगी एवं एसपी रायगढ़ द्वारा रायगढ़ पुलिस की सफलता पर झारखंड पुलिस का आभार व्यक्त किया गया था । खरसिया पुलिस शीघ्र ही अपराध का चालान न्यायालय पेश करने…