
रायगढ़ । यूनिसेफ और राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण की साझेदारी का एक ऐसा कार्यक्रम जो राज्य शासन, यूनिसेफ और राज्य साक्षरता मिशन की साझेदारी से शुरू किया गया। रायगढ़ जिले में सर्वप्रथम विकासखंड तमनार, रायगढ़, खरसिया और वर्तमान में जिले के समस्त विकासखंड में संचालित सीख एक ऐसी सुव्यवस्थित और प्रभावी योजना है, जो पालकों और समुदाय की मदद से बच्चों को सिखाने का अवसर प्रदान कर रही है। सीख कार्यक्रम की संकल्पना एजुकेशन स्पेशलिस्ट यूनिसेफ शेषागिरी मधुसूदन के द्वारा तैयार की गई है। कोरोना संकट की घड़ी में बच्चों के सीखने की प्रक्रिया में कोई बाधा कोई रुकावट ना आये, इसके लिये जिले में यह कार्यक्रम कलेक्टर भीम सिंह के निर्देशन तथा सीईओ जिला पंचायत सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के मार्गदर्शन में सफलता पूर्वक क्रियान्वित किया जा रहा है।

यूनिसेफ, राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण व जिला प्रशासन सीख कार्यक्रम को घर-घर तक बच्चों तक पहुंचा रही है। सीख कार्यक्रम की शुरुआत तमनार ब्लॉक में सर्वप्रथम 14 अप्रैल 2020 को हुई तथा खरसिया व रायगढ़ ब्लॉक में 09 जून 2020 एवं शेष अन्य ब्लॉक में 15 अगस्त 2020 को की गई। वर्तमान में जिले के कुल 9 ब्लॉक, कुल 168 संकुलों, कुल 1967 प्राथमिक शालाओं एवं कुल 3698 वोलेंटियर्स की सहभागिता द्वारा कुल 79646 छात्र छात्राएं (95.68 प्रतिशत) लाभान्वित हुए हैं। तमनार में सीख कार्यक्रम का सर्वाधिक 38 वां, खरसिया व रायगढ़ में 32 वां व अन्य सभी ब्लॉक में 26 वां सप्ताह की गतिविधियों का क्रियान्वयन प्रगति पर है। सीख में काफी सारी छोटी-छोटी रोचक गतिविधियां है, जिसमें माता, पिता, नाना, नानी, दादा, दादी बच्चों के साथ मिलकर घर पर ही कई मजेदार व रोचक गतिविधिया द्वारा पालकों, वोलेंटियर्स व समुदायों की मदद के सहारे अपने बच्चों के साथ समय बिताकर उन्हें विश्वास दे रहा है कि भले ही वे एक शिक्षक की तरह पढ़े लिखे नही है, प्रशिक्षित नही है, लेकिन इस सीख कार्यक्रम की गतिविधियों द्वारा बच्चों के सीखने और पढ़ाई करने की प्रक्रिया में वे सहभागिता निभा रहे है। ताकि भविष्य में जब भी स्कूल खुलेंगे हमारे बच्चे पहले से सीख कार्यक्रम की मदद से तैयार रहेंगे।





