खरसिया । पंचायत सचिवों की बेमियादी हड़ताल से गांवों में विकास का पहिया थम सा गया है। मनरेगा, गौधन योजना आदि कई तरह की योजनाएं ग्रामीण क्षेत्र में संचालित हैं, जो पंचायत सचिवों के हड़ताल से प्रभावित हो रही हैं। इसके अलावा बुनियादी सुविधाएं भी प्रभावित हुई हैं। बहुत सी पंचायतों में पंचायत सचिव के माध्यम से पीडीएस राशन का संचालन किया जाता है। वही कई तरह के पेंशन भी लटक गए हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो गांवों का कामकाज पूरी तरह प्रभावित हुआ है।
सचिव संघ के अध्यक्ष रोहित पटेल ने बताया की
पिछले 26 दिसम्बर 2020 से वो हड़ताल पर है। प्रदेश स्तर से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार
छत्तीसगढ़ शासन व प्रशासन के जिम्मेदारों को सदबुद्धि प्रदान करने हेतु आज सदबुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया। वही 8 जनवरी 2021 को धरनास्थल में भीख मांगकर धन संग्रहण करना एवं छत्तीसगढ़ शासन को दान करना। 09 जनवरी 2021 को समस्त ब्लाक मुख्यालय में हल्ला बोल कार्यक्रम के तहत थाली/ नगाड़ा/टीपा बजाकर हल्ला करना। 11 जनवरी 2021 को समस्त धरनास्थल में भैंस लाकर उसके सामने बिन बजाना। 12 जनवरी से 20 जनवरी 2021 तक समस्त धरनास्थल में क्रमिक भुख हड़ताल प्रारंभ 21 जनवरी से 24 जनवरी 2021 तक प्रांत स्तर धरना बूढ़ातालाब रायपुर में भूख हड़ताल करना। दिनांक 25 जनवरी 2021 को राजधानी रायपुर में परिवार सहित धरनास्थल में जंगी रैली के माध्यम से मुख्यमंत्री निवास का घेराव। 26 जनवरी 2021 से समस्त सचिवों द्वारा धरना प्रदर्शन राजधानी रायपुर में किया जाना है ।
वही रोजगार सहायक अध्यक्ष ब्लॉक इकाई खरसिया – राकेश डनसेना ने बताया की प्रांतीय आव्हान पर 30 दिसम्बर से वेतन मान, नियमतीकरण एवं पे ग्रेड की मांग को लेकर हड़ताल किया जा रहा है। वही जिन नगर पालिका, नगर पंचायत, नगर निगम व ग्राम पंचायत में शामिल किया जाता है, तो वहां के रोजगार सहायकों को सेवा का मौका दिया जाए। वरीयता के आधार पर पंचायत सचिव में नियुक्त किया जाए एवं रोजगार सहायकों को पंचायत सचिव घोषित किया जाए। उक्त मांगो को लेकर 30 दिसम्बर से आज पर्यंत तक हड़ताल किया जा रहा है। वही आज शासन प्रशासन को सद्बुद्धि प्रदान करने हेतु आज सद्बुद्धि यज्ञ किया गया।