रायगढ। जेएसपी रायगढ़,छत्तीसगढ़ में स्थित अपने आधुनिक संयंत्र में ब्रांड नाम जिंदल पैंथर सीमेंट के तहत कम्पोजिट सीमेंट, पोर्टलैंड स्लैग सीमेंट, और ग्राउंड-ग्रेन्युलेटेड ब्लास्ट-फर्नेस स्लैग नामक सबसे पर्यावरण-अनुकूल सीमेंट का उत्पादन करता है। बेहतर गुणवत्ता वाले क्लिंकर, सुपरफाइन फ्लाई ऐश और अत्यधिक प्रतिक्रियाशील स्लैग और सिलिका का एक आदर्श मिश्रण इसे बीम, कॉलम, स्लैब और नींव जैसे ताकत वाले अनुप्रयोगों के लिए आदर्श बनाता है।
जिंदल पैंथर सीमेंट का निर्माण जेएसपीएल रायगढ़ स्थित संयंत्र में किया जा रहा है। इसकी उत्पादन क्षमता 0.7 मिलियन टन प्रति वर्ष है। कंपनी इस क्षमता को बढ़ाकर 3 मिलियन टन सालाना करने की योजना बना रही है। इसके लिए एक नया प्लांट कोसमपाली में कंपनी खोलने जा रही है जिसकी पर्यावरणीय जनसुनवाई 29 दिसम्बर 2022 को रखी गई है।
जाने-माने उद्योगपति नवीन जिन्दल के नेतृत्व वाली कंपनी जिन्दल स्टील एंड पावर के सीमेंट प्लांट लगाने के इस फैसले से जिन्दल पैंथर नाम से बाजार में अग्रणी सीमेंट ब्रांड की उपलब्धता बढ़ जाएगी। इस सीमेंट प्लांट से 25 लाख टन सीमेंट एवं 25 लाख टन क्लिंकर प्रतिवर्ष उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। पर्यावरण आवश्यकताओं और समय की मांग के अनुरूप प्लांट में ऊर्जा संरक्षण की भी व्यवस्था की गई है और 12 मेगावाट के वेस्ट हीट रिकवरी सिस्टम से इस नए प्लांट को चलाने का दावा किया गया है।
जिंदल पैंथर सीमेंट प्लांट की स्थापना रायगढ तहसील के अंर्तगत आने वाले ग्राम कोसमपाली, बरमुडा,धनागर,सराईपाली में की जाएगी। जिंदल के इन नए प्लांट के स्थापना के लिए लोक सुनवाई 29 दिसंबर को प्रातः 11 बजे कोसमपाली बस्ती पुराना रेल्वे क्रासिंग के समीप मैदान में रखी गई है।
नए प्लांट के स्थापना के लिए पर्यावरणीय स्वीकति मिलने में कोई कठिनाई न आए इसके लिए जिंदल प्रबंधन ने तैयारी शुरु कर दी है। इस परियोजना से प्रभावित गांव कोसमपाली, बरमुडा, सराईपाली, धनागर, जोरापाली, परसदा, पतरापाली, बघनपुर, गेजामुडा, खैरपुर, चिराईपानी, कलमी समेत अन्य गांवों में जनसमर्थन जुटाने की कोशिश में जुट गई है। वहीं कुछ गांव के ग्रामीण सोशल मीडिया पर तीखे तेवर दिखा रहे। सुनवाई तारीख के आने के पूर्व तक है विरोध दर्ज कराने आते हैं।
अब देखने वाली बात होगी कि जिंदल के इन नए परियोजना को ग्रामीणों का समर्थन मिल पाता है या नहीं…