तीसरे चरण के लिए 26 हजार स्वयंसेवक जुटाने की राह पर भारत बायोटेक

दवा बनाने वाली घरेलू कंपनी भारत बायोटेक ने शनिवार को कहा कि वह कोविड-19 के अपने टीके कोवाक्सीन के तीसरे चरण के नैदानिक (क्लीनिकल) परीक्षण के लिए देश भर में करीब 26 हजार स्वयंसेवक जुटाने का लक्ष्य पाने की राह पर है।
कंपनी ने कहा कि पहले ही परीक्षण के लिये 23 हजार स्वयंसेवक उससे जुड़ चुके हैं। कंपनी का यह बयान भारत के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण की एक विशेषज्ञ समिति के द्वारा आपातकालीन स्थिति में कोवैक्सीन के सीमित उपयोग की मंजूरी दिए जाने की सिफारिश के बाद आया है।
Phase-3 human clinical trials of COVAXIN began mid-Nov, targeted to be done in 26,000 volunteers across India, this is India’s first and only phase-3 efficacy study for #COVID19 vaccine, & largest phase-3 efficacy trial ever conducted for any vaccine in India: Bharat Biotech https://t.co/MgBJdtVIt1
— ANI (@ANI) January 2, 2021
भारत बायोटेक के वैक्सीन के लिये यह सिफारिश के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के द्वारा ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के टीके कोविशील्ड के आपातकालीन उपयोग के आवेदन को मंजूरी दिये जाने के एक दिन बाद की गई है।
भारत बायोटेक, सीरम इंस्टीट्यूट और फाइजर ने ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) के पास अपने संबंधित टीकों के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी के लिए आवेदन किया था।



