अटल सुरंग को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार को दिया 15 दिनों का अल्टीमेटम, जानिए क्यों
नई दिल्ली । कांग्रेस ने अटल सुरंग से पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी की शिलान्यास पट्टिका को दोबारा स्थापित करने के लिए 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया है, जिन्होंने यूपीए के सत्ता में रहते वर्ष 2010 में रोहतांग सुरंग परियोजना की आधारशिला रखी थी। कांग्रेस ने कहा कि सोनिया गांधी ने 28 जून 2010 को रोहतांग सुरंग परियोजना की मनाली के धूंदी में आधारशिला रखी थी, जिसका नाम अब अटल सुरंग कर दिया गया है।
धर्मशाला से कांग्रेस विधायक आशा कुमारी ने कहा, यह गंदी राजनीति है। परियोजना को तब स्वीकृति दी गई थी, जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे और ए.के.एंटनी रक्षा मंत्री थे। आशा कुमारी ने कहा कि इसके लिए राशि यूपीए सरकार ने दी थी। उस समय परियोजना की लागत 3200 करोड़ रुपये थी और आधी राशि को तत्काल जारी कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि बीआरओ सुरंग का निर्माण कर रहा था और यह राज्य व केंद्र सरकार दोनों की मिलीभगत हो सकती है। हम मुख्यमंत्री के सामने इस मुद्दे को उठाएंगे।
उन्होंने कहा कि आधारशिला कार्यक्रम के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल भी उपस्थित थे।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 अक्टूबर को अटल सुरंग का उद्घाटन किया था। सुरंग के उद्घाटन के बाद से ही राजनीतिक पारा बढ़ गया है। हिमाचल कांग्रेस के नेता ग्यालचन ठाकुर ने केयलोंग पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है कि उद्घाटन से पहले ही सोनिया गांधी के नाम वाली शिलान्यास पट्टिका को हटा दिया गया है। लाहौल स्पीति के पार्टी प्रमुख ने कहा, ‘‘यह अलोकतांत्रिक और भाजपा नेताओं की शैतानी है।’’ वहीं हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने इस बाबत मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पत्र लिखा है और चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 15 दिनों के अंदर पट्टिका नहीं लगाई गई तो राज्यव्यापी प्रदर्शन किया जाएगा।