400 साल बाद कल दिखेगा अनोखा नजारा, बृहस्पति और शनि ग्रह आएंगे बिल्कुल करीब
अगर आप विज्ञान और खगोलीय घटनाओं को जानने या देखने में रुचि रखते हैं तो सोमवार यानी 21 दिसंबर का दिन आपका है. करीब 400 साल बाद हमारे सोलर सिस्टम के दो चमकीले ग्रह बृहस्पति और शनि एक-दूसरे के बेहद करीब आने वाले हैं. खगोल वैज्ञानिक इस घटना को ‘क्रिसमस स्टार’ कहते हैं. अमेरिका की सरकारी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के मुताबिक, इसे शाम को सूर्यास्त के बाद आसानी से देखा जा सकता है.
नासा के अनुसार, “दोनों ग्रह एक-दूसरे के इतने समीप आ जाएंगे कि उनके बीच की दूरी 0.1 डिग्री होगी और यह कुछ दिनों तक दिखाई देंगे. दोनों ग्रहों को सूर्यास्त के बाद दक्षिण-पश्चिम दिशा में नंगी आंखों से भी देखा जा सकेगा.” ये खगोलीय घटना अगले 60 सालों यानी 2080 तक दोबारा नहीं दिखेगा.
साल 1610 में अंतरिक्ष वैज्ञानिक गैलीलियो ने अपने टेलिस्कोप को आकाश की तरफ रात में लगाया और बृहस्पति के चार उपग्रहों- लो, यूरोपा, गैनीमेड और कैलिस्टो को खोजा था. इसी साल गैलिलियो ने शनि के चारों ओर चक्कर लगाने वाले रिंग को भी खोजा था. ठीक इसके 13 साल बाद साल 1623 में बृहस्पति और शनि ग्रह एक-दूसरे के इतने करीब आए थे. इस घटना को अंतरिक्ष की भाषा में ‘ग्रेट कन्जक्शन’ कहा जाता है.
वैज्ञानिकों की मानें तो सोलर सिस्टम में ग्रह नियमित रूप से एक-दूसरे के करीब से गुजरते रहते हैं. आकाश में बृहस्पति और शनि ग्रह हर 20 साल पर एक दूसरे के करीब से गुजरता है, लेकिन इस तरह की घटना दशकों और सदियों में होती है.
इस खगोलीय घटना को कैसे देख सकते हैं?
1. फील्ड, पार्क या छत जैसी खुली जगहों पर जाकर इस घटना को सूर्यास्त के बाद देख सकते हैं. चूंकि बृहस्पति और शनि चमकीले हैं, इसलिए अधिकतर शहरों से देखा जा सकता है.
2. सूर्यास्त के करीब 1 घंटे बाद दक्षिण-पश्चिम आसमान की तरफ देखें. बृहस्पति एक चमकीले तारे की तरह आसानी से दिखेगा. शनि उसके मुकाबले थोड़ा धुंधला और बृहस्पति के ऊपर व बांयी ओर होगा.
3. इन दोनों ग्रहों के ‘ग्रेट कन्जक्शन’ की घटना को नंगी आंखों से देखा जा सकता है. लेकिन अगर आप किसी छोटे टेलिस्कोप से इसे देखते हैं तो बृहस्पति के चार बड़े उपग्रह उसके चक्कर लगाते हुए दिख सकते हैं.