छत्तीसगढ़रायगढ़

किसानों की समस्यायें सर्वोच्च प्राथमिकता से निराकृत करें-कलेक्टर भीम सिंह

कलेक्टर द्वारा अधिकारियों-कर्मचारियों से स्कूली छात्रों को स्मार्ट फोन भेंट करने की अपील
समय-सीमा (टी.एल.) बैठक संपन्न

रायगढ़ कलेक्टर भीम सिंह ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय कार्यालय प्रमुख अधिकारियों की बैठक लेकर साप्ताहिक कार्यों के प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता किसानों की खुशहाली और उनकी आय में वृद्धि करना है। डायल 112 के माध्यम से किसान अपनी समस्यायें बता सकते है। इसी प्रकार जिला स्तर पर भी किसान हेल्प लाइन नंबर 18002332629 तथा कार्यालयीन समय के लिये लेण्ड लाइन फोन नंबर 07762-220213 पर अपनी कोई भी समस्या परेशानी अवगत करा सकते है। जहां से तत्काल कार्यवाही करते हुये कृषि एवं राजस्व विभाग के अधिकारी उनकी समस्याओं को निराकृत करेंगे और किसानों द्वारा की गई शिकायत तथा उनकी समस्याओं के निराकरण का रिकार्ड भी संधारित किया जायेगा। कलेक्टर  सिंह ने जिले के सभी गौठानों में किसान सभा आयोजित करने के निर्देश दिये। जिले के सभी एसडीएम अपने-अपने क्षेत्रों में किसान सभा आयोजन की तारीख तय करेंगे, इन आयोजनों में राजस्व, पंचायत, कृषि तथा पशुपालन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहेंगे। उन्होंने सभी ग्राम पंचायतों तथा गौठानों में किसानों की जागरूकता हेतु दीवार लेखन और पोस्टर बेनर के माध्यम से किसान हेल्प लाइन नंबर तथा डायल 112 की जानकारी प्रदर्शित करने के निर्देश दिये।


कलेक्टर सिंह ने जिले के सभी गौठानों में जहां वर्मी खाद तैयार हो रहा है वहां पर गोबर की मात्रा और तैयार वर्मी खाद की मात्रा का विवरण पंजी में संधारित करने के निर्देश दिये। उप संचालक कृषि ने कलेक्टर सिंह को बताया कि जिले की पांच गोठान आत्मनिर्भर हो गयी है जिले की अन्य गोठाने भी आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है। कलेक्टर सिंह ने कहा कि जो गोठान आत्मनिर्भर होगी वहां की गोठान समिति तथा अधिकारियों-कर्मचारियों को सम्मानित किया जायेगा। उन्होंने वर्मी खाद के मार्केटिंग और बिक्री के लिये पड़ोसी राज्य के शासकीय विभागों से संपर्क कर वर्मी खाद बिक्री करने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने सहकारिता विभाग को निर्देशित किया कि जिले के कृषि, वन, रेशम तथा हार्टीकल्चर विभागों द्वारा क्रय किये गये वर्मी खाद का इनवाइस (बिल)उन विभागों को भेजे ताकि वे कोषालय से राशि आहरित कर भुगतान कर सकेंगे।


कलेक्टर ङ्क्षसह ने जिले में अवैध शराब बिक्री और अवैध माईनिंग सामग्रियों के परिवहन पर रोक लगाने हेतु चेकिंग व्यवस्था को और सख्त किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिले में केवल वैधानिक तरीके से किये जा रहे कारोबार को बढ़ावा देना है जिससे शासकीय राजस्व में वृद्धि होगी। कलेक्टर  सिंह ने वर्तमान परिस्थितियों में दी जा रही शिक्षा व्यवस्था के संबंध में कहा कि जिले में 5 हजार से अधिक ऐसे स्कूली बच्चे है जो मोबाइल फोन नहीं होने से शिक्षा से वंचित हो रहे है जबकि उनके क्षेत्रों में मोबाइल इंटरनेट सेवा उपलब्ध है अत: जिले के सभी अधिकारी-कर्मचारी एक-एक स्मार्ट मोबाइल फोन इन बच्चों को उपलब्ध करायेंगे तो उनके शिक्षा का स्तर सुधर जायेगा, जो भी अधिकारी-कर्मचारी मोबाइल फोन उपलब्ध कराना चाहे वे जिला शिक्षा अधिकारी से संपर्क कर सकते है नगद राशि नहीं उपलब्ध करायें।

राज्य शासन के वर्तमान कार्यकाल के दो वर्ष पूर्ण होने पर जिले में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन के संबंध में कलेक्टर सिंह ने सभी आवश्यक व्यवस्थायें पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने जिले में चल रही धान खरीदी व्यवस्था का संबंधित विभागों के अधिकारियों को नियमित निरीक्षण करने और किसानों से धान खरीदी केन्द्रों में की गई व्यवस्थाओं के बारे में फीड बैक लेने के निर्देश दिये।

कलेक्टर सिंह ने जिले के राजस्व रिकार्ड तथा डिजिटल हस्ताक्षर पूरी शुद्धता के साथ तीन महीने के भीतर ‘भुईयांÓ में प्रविष्टि करने के निर्देश दिये। उन्होंने शासन की नई लाभकारी योजनाओं के तहत 1984 में वितरित पट्टों का नवीनीकरण, फ्री होल्ड कर मालिकाना हक तथा शासकीय जमीनों पर कब्जाधारी व्यक्तियों से निर्धारित राशि वसूलने के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये और व्यवस्थापन तथा आबंटन का रिकार्ड अपडेट कराने को कहा। कलेक्टर सिंह ने लीड बैंक प्रबंधक (एसबीआई)को निर्देशित किया कि ग्रामीण क्षेत्रों के बैंक खाता धारकों को कौन-कौन से बीमा सुविधा का लाभ मिल रहा है पूरी जानकारी खाता धारक ग्रामीणों और प्रशासन को उपलब्ध करावे क्योंकि बहुत से ग्रामीण और उसके परिजन जानकारी के अभाव में बीमा सुविधा का लाभ नहीं उठा पाते है।

टी.एल.(समय-सीमा)की बैठक के दौरान एडीएम  राजेन्द्र कटारा, सीईओ जिला पंचायत सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, अपर कलेक्टर आर.ए.कुरूवंशी सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। वनमंडलाधिकारी धरमजयगढ़  मणिवासगन एस., एसडीएम धरमजयगढ़ संवित मिश्रा तथा जिले के सभी एसडीएम, तहसीलदार तथा जनपद पंचायत सीईओ वीडियो कान्फे्रंसिंग के माध्यम से बैठक में जुड़े रहे।

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